गौतम अडानी के पास कौन सी 'जादू की छड़ी' है, कि दुनिया के तीसरे अमीर बन गये? अब दूसरे नंबर पर है नजर
नई दिल्ली, 31 अगस्तः जब पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में थी और इसके फैलाव को रोकने के लिए सरकारें कड़े लॉकडाउन लगाती जा रही थीं तब हर किसी ने रिलायंस के शेयरों के चढ़ाव को देखा। मुकेश अंबानी की संपत्ति में दिन-रात इजाफा होते हुए देखा। वह उस दौरान कई दिनों तक सुर्खियों में बने रहे। अब जब इस आपदा के दो साल से अधिक वक्त बीत चुके हैं तब हम देखते हैं कि गौतम अडानी दुनिया के तीसरे सबसे रईश शख्स बन चुके हैं। अब चर्चा के केंद्र में अडानी हैं। वह इस मुकाम को हासिल करने वाले एशिया के पहले व्यक्ति बन चुके हैं वहीं, अंबानी अब अडानी से कहीं पीछे छूट चुके हैं। आखिर कैसे अडानी तीन सालों से भी कम वक्त में इतनी तेज उड़ान हासिल करने में सफल हुए हैं? क्या हाथ सचमुच जादू की छड़ी लग गई है?
जल्द ही नंबर-2 की कुर्सी पर होंगे अडानी
गौतम अडानी 137 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ लुई वुइटन के प्रमुख बर्नार्ड अरनॉल्ट को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं और उनके पीछे अब केवल 2 लोग रह गए हैं। टेस्ला प्रमुख एलन मस्क 251 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वहीं इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस हैं जिनके पास 153 बिलियन डॉलर की संपत्ति है लेकिन जिस रफ्तार से गौतम अडानी दुनिया के सबसे धनी लिस्ट की सीढ़िया फांद रहे हैं लगता नहीं कि उनसे नंबर-2 की कुर्सी अधिक वक्त तक दूर रह पाएगी।
अडानी और अंबानी की संपत्ति में था भारी अंतर
अडानी ने अकेले 2022 में अपनी संपत्ति में 60.9 अरब डॉलर जोड़ा है, जो किसी और की तुलना में पांच गुना ज्यादा है। उन्होंने इस साल फरवरी में पहली बार मुकेश अंबानी को सबसे अमीर एशियाई के रूप में पछाड़ दिया। इससे पहले भारत के दो सबसे धनी व्यवसायी एशिया की सबसे अमीर सूची के शीर्ष पर पदों की अदला-बदली कर रहे थे। कोविड काल से पहले जब दुनिया का वास्ता लॉकडॉउन शब्द से नहीं पड़ा था तब अंबानी और अडानी की संपत्ति में भारी अंतर दिखता था।
अडानी से बहुत पीछे छूट गए अंबानी
आंकड़े बतातें हैं कि 1 जनवरी 2020 तक गौतम अडानी की संपत्ति 10 बिलियन डॉलर थी। वहीं इस वक्त तक मुकेश अंबानी के पास 59 अरब डॉलर की संपत्ति थी। जाहिर है कि अंबानी, अडानी की तुलना में लगभग 6 गुना अधिक अमीर शख्स थे। आज ढ़ाई साल से थोड़ा अधिक वक्त बीत जाने के बाद अडानी के पास 137 अरब डॉलर की संपत्ति है वहीं अंबानी के पास 91.9 अरब डॉलर के साथ दुनिया के 11 वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। यानी कि इतने वक्त में जहां अंबानी की संपत्ति में डेढ़ गुना इजाफा हुआ वहीं, अडानी ने अपनी संपत्ति में 13.7 गुना बढ़ोतरी की।
अडानी ने हर सप्ताह कमाए 6000 करोड़
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट ने सितंबर 2021 में उल्लेख किया था कि गौतम अडानी एकमात्र ऐसे भारतीय थे जिन्होंने बाजार मूल्य के हिसाब से एक नहीं, बल्कि पांच 1 लाख करोड़ रुपये की कंपनियां बनाईं। इसी लिस्ट के मुताबिक अडानी ने 2021 में हर सप्ताह लगभग 6000 करोड़ रुपये अपनी संपत्ति में जोड़कर पूरी दुनिया में सबसे अधिक 49 बिलियन डॉलर कमाए। वहीं अगर 2022 की बात की जाए तो अडानी ने अब तक अपनी संपत्ति में 60.9 अरब डॉलर जोड़ लिए हैं।
हर सौदे में छाए अडानी
अदानी समूह ने बीते कुछ वर्षों में कोयल से लेकर बंदरगाह और डेटा सेंटर से लेकर सीमेंट, मीडिया और एल्युमिना तक हर चीज में निवेश किया है। समूह अब भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बंदरगाह और हवाई अड्डे के संचालक, शहर-गैस वितरक और कोयला खनिक के मालिक हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया में अडानी की कारमाइकल खदान की पर्यावरणविदों द्वारा लगातार आलोचना की जा रही है, कंपनी ने नवंबर में दुनिया की सबसे बड़ी अक्षय-ऊर्जा उत्पादक बनने के लिए हरित ऊर्जा में $ 70 बिलियन का निवेश करने का वादा किया। हाल ही में अडानी ने स्विस कंपनी होल्सिम ग्रुप की सीमेंट कंपनी अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड के कारोबार का मालिकाना हक हासिल कर सीमेंट उद्योग में प्रवेश किया। यह बिजनेस डील लगभग 10.5 अरब डॉलर (80,000 करोड़ रुपये) में हुई थी।
एनडीटीवी में भी अब अडानी की हिस्सेदारी
मई 2021 में, अदानी ग्रीन ने सॉफ्टबैंक के साथ अपने अक्षय ऊर्जा कारोबार को 3.5 बिलियन डॉलर (26,000 करोड़ रुपये) में खरीदने के लिए एक सौदा किया था। यह सौदा पूरी तरह कैश में हुआ था। यह भारत के रिन्यूएबल सेक्टर के इतिहास में सबसे बड़ी डील है। उनका नवीनतम स्टॉक मार्केट डेब्यू, अदानी विल्मर, सिंगापुर के विल्मर इंटरनेशनल के साथ 50:50 का उद्यम है, जो एशिया की सबसे बड़ी कृषि व्यवसाय कंपनियों में से एक है। हालांकि इस बीच जो सौदा सबसे अधिक चर्चित रहा, वह था अडानी का एनडीटीवी में हिस्सेदारी का अधिग्रहण। पिछले हफ्ते, अदानी समूह ने वीसीपीएल के अधिग्रहण के माध्यम से एनडीटीवी में 29.18% हिस्सेदारी हासिल करने की घोषणा की थी, जिसकी मीडिया समूह की प्रमोटर इकाई आरआरपीआर होल्डिंग में 99.99% हिस्सेदारी है।
हर जगह अब छाए हैं अडानी
अडानी ग्रुप में सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली 7 कंपनियां शामिल हैं। इनमें से कुछ की वैल्यू पिछले दो वर्षों में 1,000 फीसदी से अधिक हो चुकी हैं। अडानी ग्रीन और अडानी टोटल गैस के शेयर 1,000 फीसदी से अधिक बढ़ गए हैं। यहां तक कि अडानी एंटरप्राइजेज 2020 के बाद से 1,400 फीसदी से अधिक बढ़े हैं। अदानी ट्रांसमिशन ने 1,000 फीसदी से अधिक और अदानी ने छलांग लगाई है वहीं इसी अवधि के दौरान अडानी पोर्ट ने 120 फीसदी की छलांग लगाई। शेयर बाजार इस बात अडानी का भंयकर फैन बन चुका है कि कैसे अडानी ने परिवहन बुनियादी ढांचे से शुरुआत करते हुए धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था के अन्य हिस्सों में पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। कोयला खनन, बिजली उत्पादन और वितरण, सिटी गैस, खाद्य तेल शोधन, चाहे वह फसल हो या कोई डिजिटल डेटा हर चीज का भंडारण, सीमेंट और अब मीडिया अडानी ने हर जगह अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी है।
प्रिंसेस
डायना
के
लिए
कैसे
मनहूस
साबित
हुआ
प्यार
का
प्रतीक
ताजमहल?
कुछ
समय
बाद
ही
टूट
गयी
शादी