दिशा रवि के समर्थन में ग्रेटा थनबर्ग का फिर 'विवादित' ट्वीट, उठाया मानवाधिकार का मुद्दा
किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने वाले क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने टूल किट मामले में गिरफ्तार एक्टिविस्ट दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट कर मानवाधिकार का मुद्दा उठाया है।
नई दिल्ली: किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने वाली क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने टूल किट मामले में गिरफ्तार एक्टिविस्ट दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट कर मानवाधिकार का मुद्दा उठाया है। ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट कर कहा है कि बोलने की आजादी लोकतंत्र का मूल हिस्सा होना चाहिए, इसके साथ समझौता नहीं किया जा सकता है।
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दिशा रवि के समर्थन में ग्रेटा थनबर्ग
किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने के बाद से ही क्लाइमेट चेंज स्वीडन की एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग लगातार सुर्खियों में हैं और उनके ही टूल किट को लेकर भारत में बवाल मचा हुआ है। दिल्ली पुलिस ने टूल किट को लेकर FIR दर्ज करते हुए दिशा रवि को गिरफ्तार किया था और पटियाला हाउस कोर्ट ने दिशा रवि को 3 दिनों की हिरासत में भेज दिया है। जिसके बाद ग्रेटा थनबर्ग ने दिशा रवि के समर्थन में ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'फ्रीडम ऑफ स्पीच डेमोक्रेसी का मूल सिद्धांत है। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और जनसभा करना लोगों का मानवाधिकार है और ये किसी भी लोकतंत्र का मूल हिस्सा होना चाहिए '। स्वीडन की रहने वाली 17 साल की क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने एक ट्वीट FRIDAY FOR FUTURE का जबाव देते हुए मानवाधिकार का मुद्दा उठाया है, इस ट्वीट के दबाव में उन्होंने #StandWithDishaRavi हैशटैग दिया है।
न्यायिक हिरासत में दिशा रवि
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि को 13 फरवरी को गिरफ्तार किया था। दिशा रवि ने ग्रेटा थनबर्ग के उस ट्वीट को शेयर किया था जिसमें ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से टूलकिट शेयर कर लिया था। दिशा रवि को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने तीन दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि दिशा रवि के साथ साथ शांतनु मलिक और निकिता जैकब ने किसान आंदोलन से जुड़ी ग्रेटा थनबर्ग के इस ट्वीट को एटिड किया था। इस टूलकिट के जरिए दिल्ली में केन्द्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को आगे ले जाने का प्लान था। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि दिशा रवि पुलिस कस्टडी के दौरान पुलिस के सवालों का जबाव देने से कतरा रही हैं लिहाजा शांतनु रवि के साथ आमन-सामने बिठाकर उससे पूछताछ की जाए। दिल्ली पुलिस ने 22 फरवरी को शांतनु मलिक को नोटिस देकर दिल्ली पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा है।