महिला-पुरुष की सैलरी में भेदभाव गूगल को पड़ा महंगा, अब देने होंगे 118 मिलियन डॉलर
नई दिल्ली, 13 जून। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कम सैलरी देने के मामले में गूगल को बड़ा झटका लगा है। महिला-पुरुष के बीच भेदभाव के मामले में आखिरकार गूगल को अब 118 मिलियन डॉलर यानि तकरीबन 900 करोड़ रुपए देने होंगे। यह राशि तकरीबन 236 पदों पर काम कर रही 15500 महिला कर्मियों के बीच सेटलमेंट के तौर पर वितरित की जाएगी। गूगल के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद आखिरकार लिंगभेद के मामले में गूगल 118 मिलियन डॉलर देने के लिए राजी हो गया है।
15500 महिलाओं को मिलेगी सेटलमेंट राशि
दरअसल गूगल के खिलाफ अमेरिका में एक केस दर्ज किया गया था। यह केस में तकरीबन 15500 महिलाओं के नौकरी में समान पद पर रहने के बावजूद कम सैलरी देने का केस दर्ज किया गया था। 14 सितंबर 2013 से केली एलिस ,होली पीस, केली विसूरी और हेदी लेमर कैलिफोर्निया में गूगल के लिए काम कर रही हैं। पुरुष और महिला के बीच भेदभाव का यह केस 2017 में दर्ज किया गया था। जिसमे कहा या था कि गूगल को भी स्वतंत्र श्रम अर्थव्यवस्था को नौकरी देने के लिए लागू करना होगा। कोर्ट ने गूगल से स्वतंत्रत श्रम इकोनॉमिस्ट रखने को कहा है, ताकि कंपनी में भर्ती की प्रक्रिया और इक्विटी की स्टडी हो सके।
13.3 लाख रुपए का अंतर
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में गूगल कंपनी की महिला कर्मचारियों ने केस दर्ज कराया था और पुरुषों की तुलना में कम सैलरी देने की शिकायत की थी। कोर्ट में कहा गया था कि यह कैलिफोर्निया इक्वल पे एक्ट का उल्लंघन है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं की सैलरी में तकरीबन 13.3 लाख रुपए का अंतर था। यही नहीं गूगल के खिलाफ शिकायत में कहा गया था कि महिलाओं को कम सैलरी पैकेज में रखा जाता है, जिसकी वजह से महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम सैलरी और बोनस मिलता है।
पहले भी दर्ज हो चुका है केस
बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब गूगल के खिलाफ इस तरह का केस हुआ है। इससे पहले कंपनी को 2.5 मिलियन डॉलर का समझौता करना पड़ा था। एक महिला इंजीनियर ने कम सैलरी देने का केस दर्ज कराया था। कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ फेयर एम्पलॉयमेंट एंड हाउसिंग भी गूगल के खिलाफ महिलाओं को कम सैलरी देने के केस की जांच कर रहा है। गूगल के खिलाफ शिकायत करने वाली होली पीज ने कहा कि महिलाएं अपना पूरा करियर किसी कंपनी को देती हैं, लेकिन उन्हें समान सैलरी केस के जरिए मिल पा रही है।
21 जून तक करना है सेटलमेंट
इस
पूरे
मामले
की
सुनवाई
कर
रहे
जज
ने
कहा
कि
महिलाओं
को
उनकी
देय
राशि
को
21
जून
तक
पूरा
किया
जाए।
यह
केस
पिछले
5
साल
से
चल
रहा
है।
जिसके
बाद
आखिरकार
इस
पूरे
मामले
में
समझौता
हो
गया
और
गूगल
महिला
कर्मियों
को
उनका
सेटलमैंट
देने
के
लिए
तैयार
हो
गया।
गूगल
की
ओर
से
कहा
गया
है
कि
हम
महिला
और
पुरुष
के
बीच
सैलरी
के
अंतर
को
भरेंगे।
बता
दें
कि
गूगल
के
अलावा
माइक्रोसॉफ्ट,
ट्विटर,
ओरेकल
जैसी
कंपनियों
के
खिलाफ
भी
इस
तरह
का
केस
दर्ज
किया
गया
है।
बता
दें
कि
मामले