विदेश मंत्री जयशंकर के मीटिंग कैंसिल करने पर US lawmaker जयपाल ने कहा- भारत ने गवां दिया बड़ा मौका
वॉशिंगटन। भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की तरफ से उनसे मुलाकात न करने के फैसले पर प्रतिक्रिया दी है। जयपाल ने कहा है कि यह 'कमजोरी का प्रतीक' है और भारत के लिए एक 'बहुत बड़ा मौका' हाथ से निकल गया है।जयपाल हमेशा से भारत सरकार के उस फैसले की आलोचना करती आई हैं जिसके तहत पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया गया था।
'भारत ने गंवाया एक बड़ा मौका'
जयपाल ने न सिर्फ कश्मीर को लेकर भारत सरकार के फैसले की आलोचना की बल्कि वह प्रतिनिधि सभा में एक ऐसा प्रस्ताव भी लेकर आईं जिसके तहत कश्मीर घाटी में प्रतिबंधों को हटाने की मांग की गई है। जयपाल ने अखबार वॉशिंगटन पोस्ट में आर्टिकल लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, ' जो लोग आपकी आलोचना करते हैं उन लोगों से न मिलने का फैसला करना किसी भी लोकतंत्र के लिए कमजोरी का प्रतीक है।' 18 दिसंबर को जयपाल और जयशंकर की मुलाकात होनी थी मगर विदेश मंत्री ने आखिरी मौके पर उनके मीटिंग कैंसिल कर दी थी। उन्होंने आगे लिखा, 'दोनों देशों के लिए बातचीत और असहमति को अहमियत देने का एक बड़ा मौका हाथ से निकल गया है।'
जयशंकर के फैसले से हैरान सांसद
विदेश मंत्री जयशंकर को 2+2 डायलॉग से अलग अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में विदेश मामलों की समिति और सीनेट से मुलाकात करनी थी। लेकिन हॉउस ऑफ फॉरेन अफयेर्स कमेटी की मीटिंग को रद्द करना पड़ा। भारतीय पक्ष का मानना था कि जयपाल इस मौके का प्रयोग जयशंकर को कश्मीर पर भाषण देने के लिए कर सकती हैं। जयपाल ने लिखा है कि भारत की तरफ से उन्हें इस बात की जानकारी दी गई थी कि डेमोक्रेटिक पार्टी की अगुवाई वाली विदेशी मामलों की समिति की मीटिंग में शामिल होने से जयशंकर ने सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया था क्योंकि वह भी इसमें मौजूद रहतीं। जयपाल की मानें तो जयशंकर का फैसला बहुत हैरान करने वाला था।