
कश्मीर पर दे चुकी हैं विवादित बयान, जर्मन विदेश मंत्री अब क्यों बता रही हैं भारत को आदर्श?

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जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक दो दिवसीय भारत दौर पर आई हुई हैं। इस दौरान उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष डॉ. एस जयशंकर के साथ मुलाकात की और कई विषयों पर चर्चा की। इसके बाद दोनों नेताओं ने भारत-जर्मनी के बीच माइग्रेशन और मोबिलिटी को ले कर एक महत्वपूर्ण संधि पर हस्ताक्षर किए। इस संधि का उद्देश्य दोनों देशों के लोगों के लिए एक दूसरे के देश में पढ़ना, शोध करना और काम करना आसान बनाना है। इसके बाद उन्होंने नई दिल्ली में एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस अवसर पर जर्मनी की विदेश मंत्री ने भारत को दुनिया भर में कई देशों के लिए आदर्श बताया।

जर्मन मंत्री ने कश्मीर पर दिया था विवादित बयान
बेयरबॉक ने भारत रवाना होने से पहले कहा था कि भारत बीते 15 सालों में 40 लाख से अधिक लोगों को गरीबी के दायरे से बाहर निकालने में सफल रहा है, जो सराहना के योग्य है। इससे पता चलता है कि सामाजिक बहुलता, आजादी और लोकतंत्र भारत में आर्थिक विकास, शांति और स्थिरता का चालक है। बतादें कि इससे पहले जर्मनी की विदेश मंत्री बेयरबॉक भारत विरोधी बयान को लेकर चर्चा में रही थीं। उन्होंने कहा था कि हम कश्मीर मामले में शांतिपूर्ण समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र की बातचीत का समर्थन करते हैं। हालांकि अब एनालेना ने भारत को कई देशों का आदर्श बताया है।

यूक्रेन युद्ध से पूरी दुनिया में आया संकट
जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने भारत की जी-20 की अध्यक्षता और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की इस महीने की अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभालने का स्वागत किया और कहा कि जर्मनी "भारत के साथ सुरक्षा सहयोग मजबूत करना चाहता है।" इसके साथ ही एनालीना बेरबॉक ने कहा, "यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने पूरी दुनिया को एक कठिन स्थिति में ला दिया है, जिसमें भारत के लिए ऊर्जा आपूर्ति की भी समस्याएं शामिल हैं। जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि एक अवैध युद्ध ने पूरी दुनिया को एक मुश्किल स्थिति में ला दिया है और जब ऊर्जा आपूर्ति और उर्वरक की बात आती है तो इसने आपके देश के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।"

भारत एक बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहा हैः जर्मन विदेश मंत्री
एनालेनी बेयरबॉक ने कहा कि भारत ऐसे कठिन वक्त में बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहा है। यह हमारे वक्त की सबसे कठिन घड़ी है। जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की G20 अध्यक्षता और UNSC में आपकी अध्यक्षता हमारे G7 अध्यक्षता के साथ ओवरलैप करती है। बेयरबॉक ने कहा, "जी20 की अध्यक्षता संभालने के लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं। आपने हमारी चर्चा में स्पष्ट किया कि यह एक बहुत ही खास काम है। भारत इस मुश्किल घड़ी में वैश्विक जिम्मेदारी संभाल रहा है।" उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि भारत अपनी जी20 अध्यक्षता के दौरान 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के आदर्श वाक्य के साथ जलवायु संकट से निपटने पर विशेष ध्यान दे रहा है।

भारत को बताया महत्वपूर्ण व्यापारिक साझीदार
इससे पहले, जर्मन विदेश मंत्री ने बाली में हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन में भारत द्वारा निभाई गई रचनात्मक भूमिका की सराहना की और यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर जी20 की स्पष्ट स्थिति के लिए नई दिल्ली को श्रेय दिया। दोनों नेताओं के बीच चीन को लेकर भी बातचीत हुई। बेरबॉक ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि चीन, जर्मनी के लिए कई मायनों में एक प्रतियोगी और एक प्रतिद्वंदी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत जर्मनी का पुराना और महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है।
जर्मनी की विदेश मंत्री के सामने ही एस. जयशंकर ने यूरोपीय देशों को लगाई फटकार, पाकिस्तान को भी सुनाया