छह माह से पहले नहीं थमेगा इबोला का कहर!
लंदन।
पूरी
दुनिया
को
दहशत
में
डालने
वाली
और
करीब
हजारों
लोगों
की
जानलेवा
लेने
वाले
खतरनाक
इबोला
वायरस
पर
काबू
पाने
में
अभी
कम
से
कम
छह
माह
का
समय
लगेगा।
फ्रेंच
मेडिकल
चैरिटी
ट्रस्ट
मेडिकल
सैंस
फ्रंटियर्स
ने
इस
बारे
में
जानकारी
दी
है।
इस ट्रस्ट के मुताबिक वेस्टर्न अफ्रीकी देशों में इबोला का जो खतरनाक वायरस फैला हुआ है, उसे फिलहाल काबू करना अभी मुश्किल है और कम से कम छह माह बाद ही यह वायरस नियंत्रण में आ पाएगा।
एमएसएफ की अध्यक्ष जोने लियू ने जेनेवा में कहा, 'जितनी तेजी से हम स्थिति को संभाल रहे थे, हालात उससे कहीं तेज़ी से बिगड़ रहे थे'
लियू की मानें तो अगर हम लाइबेरिया के हालात पर काबू नहीं कर पाते हैं तो इस क्षेत्र की स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल होगा।
इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कहा था कि जिस पैमाने पर बीमारी फैली, उसे काफी कम करके आंका गया था। डब्ल्यूएचओ ने जो इबोला को महामारी घोषित कर इसे एक इंटरनेशनल इमरजेंसी तक करार दे दिया था।
लियू के मुताबिक इबोला संकट से निपटने के लिए महीनों की प्रतिबद्धता की जरूरत होगी और इसके लिए कम से कम छह महीने लगेंगे।
इबोला की शुरुआत अफ्रीकी देश गिनी से फरवरी में शुरू हुई थी और वहां से लाइबेरिया, सिएरा लियोन और नाइजीरिया तक फैल गई। शुक्रवार तक इस बीमारी से मरने वाले की संख्या बढ़कर 1,145 हो गई।
डब्लूएचओ ने 13 अगस्त तक 76 और मौतों की जानकारी दी थी। अब तक इबोला के 2,127 मामले दर्ज किए गए हैं। लियू ने महामारी पर काबू पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहयोग और विश्व स्वास्थ्य संगठन से मजबूत नेतृत्व देने का अनुरोध किया है।