यूक्रेन से लेबनान जाने वाला पहला अनाज का शिप बीच समंदर में अटका, इस वजह से नहीं मिला एक भी खरीदार
युद्ध के दौरान काला सागर में आवाजाही की छूट संबंधी समझौते के अंतर्गत यूक्रेन से रविवार को लेबनान पहुंचने वाली अनाज की खेप भूमध्य सागर में अटकी हुई है। अपने खरीदार को खोने के बाद यह अनाज का यह जहाज एक नए गंतव्य की तलाश मे
इस्तांबुल, 08 अगस्तः युद्ध के दौरान काला सागर में आवाजाही की छूट संबंधी समझौते के अंतर्गत यूक्रेन से रविवार को लेबनान पहुंचने वाली अनाज की खेप भूमध्य सागर में अटकी हुई है। अपने खरीदार को खोने के बाद यह अनाज का यह जहाज एक नए गंतव्य की तलाश में है।
डिलीवरी में हुई देरी के कारण कैंसल हुई डील
बेरूत में यूक्रेन के दूतावास ने सोमवार को पोत रजोनी की एक तस्वीर पोस्ट की और कहा कि इसकी डिलीवरी में पांच महीने की देरी के कारण लेबनान में इसके अंतिम खरीदार द्वारा कार्गो को अस्वीकार कर दिया गया है। यह रूस के आक्रमण के बाद से देश के प्रमुख काला सागर बंदरगाहों को छोड़ने वाला पहला कृषि जहाज था, जो हाल ही में निर्यात को फिर से शुरू करने के लिए एक सौदे के बाद लगभग 26,500 टन मकई से भरा हुआ था।
नए खरीदार की तलाश कर रहा रेजोनी
दूतावास के अनुसार, रेज़ोनी शिप लेबनान या अन्य जगहों पर एक नए खरीदार की तलाश कर रहा है। शिप-ट्रैकिंग डेटा के मुताबिक इसका गंतव्य स्थान रविवार को त्रिपोली से "ऑर्डर" में बदलाव दिखाता है। लेबनान के अर्थव्यवस्था मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि सरकार शिपमेंट में शामिल नहीं है, क्योंकि कार्गो निजी क्षेत्र के लिए बाध्य था।
मकई का जहाज तुर्की पहुंचा
इस बीच, यूक्रेन के बुनियादी ढांचा मंत्रालय के मुताबिक यूक्रेन से मकई का एक छोटा पोत सोमवार को तुर्की में अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंच गया, जो अपने टर्मिनस तक पहुंचने वाला पहला ऐसा जहाज था। वैश्विक खाद्य संकट के खतरे के बीच खाद्य पदार्थों की आपूर्ति बहाल करने के समझौते के तहत यूक्रेन से अनाज की खेप लेकर पहला जहाज सोमवार को तुर्की के इस्तांबुल शहर पहुंचा।
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यूक्रेनी विदेश मंत्री ने किया ट्वीट
पांच अगस्त को यूक्रेन के कोर्नोमोर्स्क से रवाना होने के बाद यह जहाज तुर्की के इजमित की खाड़ी में डेरिंस बंदरगाह पर उतरा। इस जहाज में 12 हजार टन मक्का लदा हुआ था। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्वीट किया, 'यह पश्चिम एशिया, अफ्रीका और एशिया के प्रत्येक परिवार में आशा का एक संदेश भेजता है : यूक्रेन आपको असहाय नहीं छोड़ेगा।'
तुर्की-संयुक्त राष्ट्र ने कराया समझौता
तुर्की और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता के परिणामस्वरूप यूक्रेन और रूस के बीच हुए इस समझौते के तहत कुल 10 खेप के जरिए अनाज की आपूर्ति की जाएगी। इस युद्ध के कारण दुनिया में गेहूं की सप्लाई बाधित हुई। लेकिन अब दुनिया को भुखमरी से बचाने के लिए रूस और यूक्रेन के बीच एक अहम डील हुई है।
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