Coronavirus: क्या रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने लोगों को घरों में रखने के लिए सड़कों पर छोड़े 800 शेर, Fact Check
मॉस्को। कोरोना वायरस के नाम पर इस समय सोशल मीडिया पर जमकर कुछ ऐसी पोस्ट्स शेयर हो रही हैं जिनका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। ऐसी ही एक पोस्ट है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने कोरोना के चलते लोगों को घरों में कैद रखने के लिए सड़कों पर 800 शेर और बाघ छोड़ दिए हैं। व्हाट्स एप से लेकर फेसबुक और ट्विटर पर यह फोटो जमकर शेयर हो रही है। जबकि सच्चाई वह है ही नहीं जो लोग बता रहे हैं। यह न्यूज एक फेक न्यूज है और जानिए कि सही खबर क्या है।
पुतिन ने नहीं दिया ऐसा कोई ऑर्डर
रूस में इस तरह के कोई आदेश पुतिन या फिर उनके एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से नहीं दिए गए हैं। जो तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है, वह साल 2016 की है और रूस नहीं बल्कि साउथ अफ्रीका की है। जो फोटो ट्विटर पर शेयर हो रही है उसके मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने लोगों को दो विकल्प दिए हैं, या तो 15 दिनों का क्वारंटाइन तोड़ने पर वे पांच साल की जेल की सजा के लिए तैयार रहें या फिर दो हफ्तों के लिए घरों में रहे। यह जानकारी भी पूरी तरह से गलत है। सोशल मीडिया पर यह मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है।
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साल 2016 साउथ अफ्रीका का मामला
यह फोटोग्राफ साउथ अफ्रीका की है जब अप्रैल 2016 में जोहांसबर्ग के लॉयन पार्क एक शेर को रिहायशी इलाकों में लाया गया था। इस शेर का नाम कोलंबस था और आधी रात में शहर की गलियों में घूमने पहुंचे शेर को देखकर हर किसी की घिग्घी बंध गई थी। कई घंटे तक कोलंबस ने जोहांसबर्ग में जमकर उधम काटा था। वह एक कार के पिछले हिस्से पर चढ़ गया था। इसके बाद आसपास के नागरिकों ने उसका वीडियो बनाया था। कोलंबस को इसलिए लाया गया था ताकि बाकी जानवरों को दूर रखा जा सके। इसकी कई फोटोग्राफ लोगों ने क्लिक कीं और जमकर वीडियोज बनाए।
रूस में कोरोना के 367 मामले
रूस में इस समय कोरोना के 367 मामले सामने आए हैं। 16 लोग ठीक हो चुके हैं तो एक मरीज की मौत हो चुकी है। देश के कई हिस्से में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। रूस की सेना की तरफ से रविवार को कोरोना की सबसे बुरी मार झेलते इटली के लिए मदद भेजी गई है। रूशियन मिलिट्री की तरफ से इटली को डॉक्टरी मदद भेजी गई है। रूस के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस बात की आधिकारिक पुष्टि की गई है।
रूस के आंकड़ों पर विशेषज्ञों को शक
रूस की आबादी करीब 15 करोड़ है और यहां पर केसेज के कम रिपोर्ट होने से हर कोई हैरान है। पुतिन ने पिछले दिनों कहा था कि उनके देश में स्थिति नियंत्रण में हैं और लोगों को बीमारी से बचा लिया गया है। मगर कोई भी उनके दावे को मानने के लिए तैयार नहीं है। रूस की सीमाएं चीन से सटी हुई हैं और जनवरी में यहां पर कोरोना का पहला मामला सामने आया था। दुनियाभर में इस महामारी की वजह से अब तक 14,688 लोगो की मौत हो गई है। 338,947 लोग इससे संक्रमित हैं और 99,011 लोग ठीक हो चुके हैं।