ट्रंप करेंगे भारतीयों को अमेरिका छोड़ने के लिए मजबूर, H-1B वीजा को सख्त करने की तैयारी शुरू
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वॉशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वीजा को लेकर एक बार फिर बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं, जिससे अमेरिका में काम कर रहे कम से कम 1 लाख लोग बेरोजगार हो सकते हैं। ट्रंप इस बार H-1B वीजा होल्डर्स जीवनसाथी पर बैन करने की योजना बना रहे हैं। H-1B वीजा में सख्ती करने जा रही ट्रंप प्रशासन के इस बदलाव से कई सालों से अमेरिका में काम कर रहे लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ती दिख रही है। एक स्टडी के मुताबिक, ट्रंप के इस नए वीजा बदलाव की वजह से जीवनसाथियों के बीच में ना सिर्फ नौकरी और वित्तीय संकट खड़ा होगा, बल्कि घरेलू टेंशन भी बढ़ेगी।
ट्रंप के इस फैसले से शायद वीजा धारक की संतुष्टि को भी नुकसान पहुंचाएगा और विदेशी पोस्टिंग में जारी जोखिमों को बढ़ाएंगे। 2015 में ओबामा प्रशासन के अंतर्गत H-1B वीजा होल्डर्स जीवनसाथियों को अमेरिका में काम करने की अनुमति मिली थी।
अमेरिका ने 1952 में वर्क वीजा प्रोग्राम के तहत अमेरिकी कंपनियों को विदेशी वर्कर्स से काम लेने की इजाजत दी थी। लेकिन, इस प्रोग्राम पर वीजा का दुरुपयोग को लेकर कई आरोप लगे, जिसमें खासकर भारतीय कंपनियों पर सवाल खड़े किए। भारतीय कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने कम कीमत पर वर्कर्स को काम दिया। जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरीका की सत्ता में आए तो उन्होंने कहा था कि वे वीजा प्रोग्राम में बदलाव करेंगे।
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अब जहां एक तरफ होमलैंड सिक्योरिटी के ट्रंप डिपार्टमेंट ने H-1B वीजा में बदलाव करने के प्रोसेस को शुरू कर दिया है, तो दूसरी तरफ गूगल और एमेजॉन समेत कई बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने इस योजना का विरोध करना भी शुरू कर दिया है। अमेरिका कंपनियों के अनुसार, इससे जीवनसाथियों को नुकसान होगा, खासकर महिलाओं और वीजा होल्डर्स को।
ट्रंप के इस प्लान से अमेरिका में रह रहे कई इंडियन के लिए भी समस्या बन गई। अगर ट्रंप का प्लान लागू होता है, तो कई इंडियन जीवनसाथियों को अमेरिका छोड़कर भारत आना होगा, जिनका लिए यहां काम तलाशना और ज्यादा मुश्किल हो जाएगा। कई लोगों का भविष्य डोनाल्ड ट्रंप ने मुश्किल में डाल दिया है।
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