Net Neutrality के बाद H-1B वीजा पर गिरी ट्रंप प्रशासन की गाज, बदल गए नियम
नई दिल्लीः अमेरिका में ओबामा प्रशासन द्वारा लिए गए फैसलो को बदलने का दौर जारी है। नेट न्यूट्रैलिटी के बाद ट्रंप सरकार ने H-1B वीजा के नियमों को भी बदलने को फैसला किया है। इन नए नियमों के बाद H-1B वीजा के अंतर्गत अमेरिका में पति या पत्नी के तौर पर रह रहे दूसरे लोगों के लिए नौकरी करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। अमेरिका में बहुत से भारतीय H-1B वीजा पर काम करते हैं। इस फैसले के बाद उन लोगों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
H-1B वीजा पर काम कर रहे लोगों को होगी परेशानी
इस नए नियम के बाद उन लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा जो H-1B वीजा पर काम कर रहे हैं और ग्रीन कार्ड लेने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका के डिपार्टमेंट फॉर होमलैंड सिक्यॉरिटी ने बयान जारी करके इस फैसले के बारे में जानकारी दी।
इस पॉलिसी के तहत लिया गया है फैसला
बयान में कहा गया है कि ये फैसला 'बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन पॉलिसी' के अंतर्गत लिया गया है। ट्रंप प्रशासन ने साफ किया है कि 'H-1B वीजा मिलने वाले प्रफेशनलों की पात्रता को फिर से परिभाषित किया जाएगा।' एक आकंडे के मुताबिक अमेरिका में करीब 16 लाख भारतीय मूल के लोग रहते हैं।
ट्रंप प्रशासन ने बनाया था प्रवाधन
अमेरिका की सत्ता में आने के बाद फरवरी 2015 में ट्रंप प्रशासन ने एक प्रावधान बनाया था, जिसके तहत अमेरिका में रह रहे प्रफेशनलों पर आर्थिक दबाव कम पड़ेगा। उस वक्त के प्रवाधन के बाद कई लोगों को ग्रीन कार्ड में छूट मिलने की उम्मीद थी।
अमेरिका में करीब 16 लाख भारतीय मूल के लोग रहते हैं
अमेरिका के कैलिफॉर्निया राज्य और न्यू जर्सी में भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा। एक आकंडे के मुताबिक कैलिफॉर्निया में करीब 19 फीसदी आबादी भारतीय मूल के लोगों की है। पिछले कई सालों में भारतीय की अमेरिका में संख्या बढ़ी है।
भारत में रजिस्टर्ड हुई पहली इलेक्ट्रिक कार टेस्ला, ये है पहले कार मालिक