ब्रिटेन में पहले डॉक्टर की मौत, डॉक्टर में मिले कोरोना वायरस के 'टेस्टबुक लक्षण'?
नई दिल्ली। ब्रिटेन के एसेक्स में करीब 24 घंटे गहन चिकित्सा केंद्र में भर्ती ब्रिटिश डाक्टर डा. हबीब जैदी की मौत हो गई। 76 वर्षीय डा. जैदी के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। बीमार डा. जैदी को साउथएंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार को गहन चिकित्सा केंद्र में उन्होंने आखिरी सांस ली।

मृतक डाक्टर की बेटी डॉ. सारा ज़ैदी ने बताया कि उनमें Covid -19 के "'टेक्स्ट बुक लक्षण" पाए गए थे। उन्होंने कहा कि अगर परीक्षणों में इसकी पुष्टि होती है तो डा. जैदी कोरोना वायरस से मरने वाले ब्रिटेन के पहले चिकित्सक होंगे।

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बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में डॉ. सारा ज़ैदी ने कहा कि यह ऐसी बात है, जिसको सह पाना उनके और उनके परिवार के लिए बहुत मुश्किल है। बकौल सारा, बतौर डाक्टर उनके पिता डा.जैदी का रवैया बेहद प्रोफेशनल था और उनकी मौत उनके बलिदानी चिंतन को प्रतिबिंबित करती है।

गौरतलब है जब मृतक डा. हबीब जैदी को हॉस्टिपल में भर्ती कराया गया था तब उनके लक्षणों के आधार पर उनमें कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर थोड़ा संदेह था, लेकिन बाद में अकादमिक परिणाम में इसकी पुष्टि हो गई।
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ले-ऑन-सी में एक सामान्य चिकित्सक के रूप में काम करने वाले डॉ. हबीब जैदी ने कथित तौर पर एक सप्ताह पहले ही खुद सेल्फ आइसोलेट कर लिया था। यही कारण था कि वो लगभग एक सप्ताह तक किसी भी रोगी को नहीं देखा था। उनके परिवार ने एक बयान में कहा कि डा. जैदी की मौत बहुत परेशान करने वाला है।
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करीब 49 वर्षों तक, साउथेंड शहर में रहने वाले हजारों परिवारों की तीन पीढ़ियों की सेवा करने वाले डा. जैदी अपनी उदार छवि के लिए काफी मशहूर थे। यही कारण है कि उनके एक सहयोगी ने उन्हें चिकित्सा समुदाय का पिता बताया।

उल्लेखनीय है ब्रिटेन में अबतक कोरोना वायरस से 11,568 लोग संक्रमित पाए गए हैं और 558 मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण से ब्रिटिश राजुकमार प्रिंस चार्ल्स भी नहीं बच पाए जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी कोरोना संक्रमण के चलते सेल्फ आइसोलेशन में चले गए हैं।
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