चीनी ब्रांड की आइसक्रीम सवालों के घेरे में, आखिर आग के करीब लाने पर भी यह पिघलती क्यों नहीं!
नई दिल्ली, 07 जुलाई। चीनी कंपनी की आइसक्रीम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमे देखा जा सकता है कि चाइस्क्रीम की आइसक्रीम के पास जब लाइटर जलाया जाता है तो भी वह पिघलती नहीं है। यही नहीं कमरे का तापमान 31 डिग्री सेल्सिसय होने के बावजूद तकरीबन 1 घंटे तक यह आइसक्रीम पिघलती नहीं है। इस वीडियो के सामने आने के बाद चीनी आइसक्रीम कंपनी की आइसक्रीम की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
700 रुपए की मिलती है आइसक्रीम
इस वीडियो फुटेज के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस शुरू हो गई है। लोगों ने कंपनी की आइसक्रीम की इतनी अधिक कीमत पर भी सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं, साथ ही लोग पूछ रहे हैं कि क्या आइसक्रीम किसी तरह का गलत पदार्थ मिलाया जाता है जिसकी वजह से यह आइसक्रीम पिघलती ही नहीं है। बता दें कि कंपनी की सबसे महंगी आइसक्रीम 700 रुपए की है।
वीडियो पर दी गई सफाई
वहीं कंपनी की ओर से बुधवार को कहा गया है कि हमारे उत्पाद देश के फूड सेफ्टी नियमों का पालन करते हैं और उसी के आधार पर इसे तैयार किया जाता है। कंपनी की ओर से कहा गया, हमारा मानना है कि आइसक्रीम की गुणवत्ता को पकाकर जांचना वैज्ञानिक तौर पर ठीक नहीं है। हालांकि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है उसकी सत्यता को प्रमाणित नहीं किया जा सकता है।
क्या कहना है कि कंपनी का
खाद्य पदार्थों में फूड अडिटिव का इस्तेमाल किया जाता है जिससे कि फूड का वास्तविक स्वरूप बना रहे और यह खाने के योग्य रहे। अधिकतर आइसक्रीम में इसका इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन भी इजाजत देता है। वरिष्ठ फूड इंस्पेक्टर वैंग सिलू ने कहा कि आइसक्रीम को गाढ़ा करने के लिए जो उत्पाद इस्तेमाल किया जाता है वह सुरक्षित है।
पश्चिमी देशों के ब्रांड से मुकाबला
बता दें कि चाइस्क्रीम ने खुद को विदेशी ब्रांड की आइसक्रीम के मुकाबले मैदान में उतारा है। उनका दावा है कि हमारी आइसक्रीम पश्चिमी ब्रांड की आइसक्रीम के मुकाबले बेहतर हैं। पश्चिमी देशों की आईसक्रीम ब्रांड की बात करें तो उसमे मुख्य रूप से मैग्नम और हैगेन-डैज्स ( Magnum and Haagen-Dazs) हैं और चाइस्क्रीम का दावा है कि हमारी कंपनी इन ब्रांड की कंपटीटर है। कंपनी का दावा है कि इन आइसक्रीम में प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका स्थानीय कंपनियां भी इस्तेमाल करती हैं।