चीन को उम्मीद नए साल 2017 में सुधरेंगे भारत के साथ रिश्ते
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की एंट्री जैसे मुद्दे पर भारत के साथ मतभेदों को नए साल में सुलझाना चाहता है चीन।
बीजिंग। चीन को इस बात की उम्मीद है कि नए साल वर्ष 2017 में भारत के साथ उसके संबंध बेहतर हो सकेंगे। चीन परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की एंट्री और यूनाइटेड नेशंस में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के जैसे मुद्दों पर भारत के साथ मतभेदों को सुलझाना चाहता है। उसका मानना है कि इन मतभेदों को सुलझा कर वह भारत के साथ संबंध बेहतर कर सकता है।
दोनों देशों के बीच मतभेद प्राकृतिक
इस पूरे वर्ष मसूद अजहर और एनएसए की वजह से भारत और चीन में तनाव रहा। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, 'इस वर्ष चीन और भारत के संबंधों में काफी धीमी गति से तरक्की हुई, जबकि दोनों ही देश विकास के लिए एक करीब साझेदारी के मकसद की ओर बढ़ रहे हैं।' उन्होंने कहा कि चीन का मानना है कि दोनों देशों के नेतृत्व ने मतभेदों के बावजूद आपसी संपर्क कायम रखे। इस बयान के साथ ही चुनयिंग का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जी-20 और ब्रिक्स जैसे सम्मेलनों में हुई मुलाकात की ओर था। उन्होंने कहा कि बातचीत और सलाह मशविरा सभी स्तरों पर कायम रहा है लेकिन यह काफी धीमी गति से थे। एक करीब पड़ोसी होने के नाते यह बहुत प्राकृतिक है कि हमारे बीच मतभेद रहेंगे और हम उन्हें सभी डिप्लोमैटिक तरीकों के जरिए सुलझाने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। चुनयिंग के मुताबिक चीन-भारत रिश्तों की मेन थीम दोस्ती और आपसी सहयोग है।
क्या मसूद अजहर घोषित होगा आतंकी
चुनयिंग ने उम्मीद जताई है कि वर्ष 2017 में चीन, भारत के साथ नेतृत्व, आपसी राजनीतिक भरोसे, आपसी सहयोग और मतभेदों को सही तरह से दूर करने जैसे कई अहम पहलुओं पर काम करना चाहता है। ताकि चीन-भारत के संबंध स्थिर रहें और इनमें विकास होता रहे। चीन और भारत के बीच रिश्ते कितने अच्छे होंगे और दोनों के लिए न्यू ईयर कैसा रहेगा इसकी झलक 31 दिसंबर को मिल जाएगी। भारत ने यूनाइटेड नेशंस की 1267 कमेटी में मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के लिए एप्लीकेशन दी हुई और 31 दिसंबर को चीन की ओर से दूसरे 'टेक्निकल होल्ड' की आखिरी तारीख है। चीन इस माह की शुरुआत में कह चुका है कि इस मुद्दे पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। चीन के इस टेक्निकल होल्ड के साथ ही भारत ने एक नई एप्लीकेशन यूएन में दाखिल करने का मन बना लिया है। यह एप्लीकेशन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की नई चार्जशीट के साथ दायर की जाएगी। एनआईए ने कुछ दिनों पहले नई चार्जशीट तैयार की है जिसमें मसूद अजहर को पठानकोट आतंकी हमले का मास्टरमाइंड बताया है।