कोरोना रोकने में शी जिनपिंग नाकाम, एक दिन में 40 हजार से ज्यादा मरीज मिले, सड़कों पर उतरे लोग
चीन में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। देश में पिछले 24 घंटों में 40 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। चीन में पहली बार कोरोना के मामले 40 हजार पार गए हैं।
2019 के आखिरी हफ्ते चीन से कोरोना का प्रकोप फैलना शुरू हुआ था। शुरुआती दिनों में चीन में कोरोना का फैलाव कम हुआ लेकिन अब जब बाकी दुनिया में इस वायरस के संक्रमण में लगाम लगी है वहीं, चीन में यह खत्म होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। चीन में पिछले 24 घंटों में 40 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। ये लगातार पांचवें दिन रिकॉर्ड केस सामने आए हैं। यह पहली बार है जब चीन में कोरोना के नए मामलों ने 40 हजार का आंकड़ा पार किया है।
पांच दिन पहले आए थे 30 हजार मामले
हैरानी की बात ये है कि चार दिन पहले ही 24 नवंबर को पहली बार चीन में कोरोना के नए मामले 30 हजार को पार गए थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को 40, 347 मामले सामने आए हैं। इससे एक दिन पहले रविवार को कोरोना के 39,791 मामले सामने आए थे, वहीं, शनिवार को ये आंकड़ा 31,709 था। आंकड़ों से स्पष्ट है कि चीन में बीते 5 दिनों में कोरोना की रफ्तार तेज हो गई है।
बीजिंग में भी कोरोना बना रहा रिकॉर्ड
इस बार चिंता की एक और बात ये है कि राजधानी बीजिंग में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीजिंग में सोमवार को कोरोना के चार हजार मामले सामने आए हैं। वहीं संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि के बाद प्रतिबंधों को और कड़ा किया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को उनके फ्लैटों तक सीमित करते हुए विशाल अपार्टमेंट ब्लॉक और व्यावसायिक भवनों को बंद कर दिया है। लोगों को घरों से निकलने पर पाबंदी लगाई जा रही है जिससे लोग भड़के हुए नजर आ रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए हैं।
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सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग
शंघाई में सोमवार सुबह सड़क पर नीले रंग के बैरियर लगा दिए गए हैं। यहां पर शनिवार और रविवार को बड़े पैमाने पर लोग सड़कों पर उतर गए थे। उनके हाथों पर तख्तियां थीं। विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों को खुलेआम 'शी जिनपिंग, पद छोड़ो' और 'कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता छोड़ो' जैसे नारे लगाते हुए सुना गया था। लोगों का कहना है कि उनको अब ये प्रतिबंध बर्दाश्त नहीं है। मौन विरोध में लोगों ने हाथों में सफेद कागज की खाली शीट रखा हुआ था। चीन में ये सफेद कागज व्यापक विरोध प्रदर्शन का प्रतीक बनता जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, सेंसरशिप और गिरफ्तारी से बचने के लिए ये तरीका आजमाया जा रहा है, जो अभी तक कारगर रहा है।
शी जिनपिंग से लोग मांग रहे इस्तीफा
चीन के दर्जनों शहरों से एक साथ विरोध प्रदर्शन की सामने आ रही इन तस्वीरों को दुर्लभ बताया जा रहा है, क्योंकि इस कम्युनिस्ट देश में सरकार के खिलाफ एक शब्द बोलने की भी इजाजत नहीं है और ऐसे में हजारों लोगों का खुलकर सामने आना और प्रदर्शन में शामिल होना, काफी दुर्लभ माना जा रहा है। चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ असहमत होने का अधिकार लोगों के पास नहीं है और लोगों को भारी सेंसरशिप में रहना पड़ता है। लेकिन, पहली बार ऐसा हुआ है, कि प्रदर्शन में शामिल हुए लोग शीधे तौर पर शी जिनपिंग से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
ताइवान
में
पार्षद
का
चुनाव
हारने
पर
राष्ट्रपति
ने
दिया
इस्तीफा,
चीनी
समर्थक
पार्टी
जीती