ब्राजील ने जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन के फाइनल टेस्ट को दी मंजूरी, 7000 लोगों पर होगा टेस्ट
रियो डि जेनेरियो। ब्राजील ने कोरोना वायरस को लेकर बनाई जा रही जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के अंतिम चरण को मंजूरी दे दी है। ब्राजील के स्वास्थ्य नियामक ने इस बारे में जानकारी दी है। कोरोना से बुरी तरह प्रभावित ब्राजील में ये चौथी वैक्सीन है जिसके ट्रायल की अनुमित प्रदान की गई है।
स्वास्थ्य नियामक ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी ब्राजील के सात राज्यों में 7000 वालंटियर्स के ऊपर वैक्सीन का टेस्ट करेगी। अप्रूवल के पहले ये वैक्सीन का इंसानों पर होने वाला सबसे बड़ा परीक्षण होगा। नियामक अधिकारी गुस्तावो मेंडेस ने बताया कि इसके साथ ही एक और वैक्सीन के अध्ययन की अनुमित दी जा चुकी है जिसमें महत्वपूर्ण प्रगति देखने को मिल रही है।
ब्राजील ने इसके साथ ही तीन और फेज-3 ट्रायल को मंजूरी दी है जिसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फॉर्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका, चाइनीज फर्म सिवोनॉक बॉयोटेक और अमेरिकी कंपनी पिफ्जर ने जर्मनी की बॉयोएनटेक के साथ मिलकर तैयार किया है। इसके साथ ही ब्राजील के एक राज्य ने रूस निर्मित स्पुतनिक के टेस्ट और उत्पादन को लेकर सौदा किया है। रूस ने इस वैक्सीन को कोविड-19 के खिलाफ दुनिया की पहली सफल वैक्सीन होने का दावा किया है।
दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील कोरोना से तेजी से प्रभावित होने वाले देशों में एक है। महामारी से प्रभावित होने वाले और मरने वालों की संख्या के हिसाब से ब्राजील अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। देश में 35 लाख लोग कोरोना से प्रभावित हैं जबकि 1 लाख 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन बनाने को लेकर बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की जा रही है। शुरुआती दौर में ब्राजील में कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगा था। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देश में बड़े पैमाने पर वायरस फैलने को लेकर ब्राजील सरकार की आलोचना की थी। ब्राजील सरकार पर वायरस की रोकथाम को लेकर उचित कदम न उठाए जाने और वायरस को हल्के में लेने जाने का भी आरोप लगा था।