कोरोना के नए वेरिएंट पर वैक्सीन कितनी असरदार? फाइजर-बायोनटेक ने दिया इस सवाल का जवाब
वॉशिंगटन, 27 नवंबर। दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है। कई अफ्रीकी देशों के बाद अब नया वेरिएंट यूरोपीय देशों तक पहुंच गया है। एहतियात के तौर प्रभावशील देशों से अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट की आवाजाही पर रोक लगाई जा रही है। कोरोना का नया वेरिएंट बहुत ही घातक बताया जा रहा है। ऐसे में हर किसी के मन में ये सवाल जरूर उठ रहा है कि दुनियाभर में इस्तेमाल हो रही कोरोना की वैक्सीन इस नए वेरिएंट पर कितनी असरदार रहेंगी? इस सवाल के बीच फाइजर और बायोनटेक की की प्रतिक्रिया आई है।
नए स्ट्रेन पर वैक्सीन कितनी असरदार?
कंपनी का कहना है कि अभी इस बारे में कुछ भी कहा नहीं जा सकता कि उनकी वैक्सीन कोरोना के नए वेरिएंट पर असरदार होगी या नहीं और अगर होगी भी तो कितना असरदार होगी। हालांकि फाइजर ने ये जरूर कहा है कि नए वेरिएंट पर वैक्सीन का प्रभाव जानने की कोशिश हम कर रहे हैं। इसे जानने में अभी 3 महीने का वक्त लग सकता है। फाइजर की तरफ से कही गई इस बात ने लोगों को और डरा दिया है।
फाइजर का आधिकारिक बयान
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फाइजर ने एक बयान जारी कर कहा है कि नए वेरिएंट पर अभी उनकी स्टडी चल रही है, ओमिक्रॉन पर हमारी वैक्सीन कितनी असरदार होगी, अभी इसके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। फाइजर ने कहा कि अगर हमारी वैक्सीन असरदार नहीं होती है तो हमें मौजूदा वैक्सीन में कुछ बदलाव कर नए वेरिएंट के हिसाब से नई डोज तैयार करनी होंगी।
स्पुतनिक ने भी दिया बयान
फाइजर और बायोनटेक के अलावा स्पुतनिक वी को बनाने वाली कंपनी ने भी कहा है कि अभी नए स्ट्रेन पर वैक्सीन के असर को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता, हमें ये जानने में लगभग 3 महीने का वक्त लग सकता है। स्पुतनिक ने नए वेरिएंट के खिलाफ नया जैब तैयार करने का वादा किया है। फाइजर ने कहा है कि कंपनी अगले 2 हफ्ते के अंदर ओमिक्रोन पर हो रही स्टडी के डेटा के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
हांगकांग में मिले दोनों व्यक्ति वैक्सीनेट थे
आपको बता दें कि कि शुक्रवार को हांगकांग में 2 मरीज कोरोना के नए वेरिएंट से ही संक्रमित मिले थे। उन दोनों मरीजों के बारे में कहा गया है कि दोनों ने वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी, लेकिन फिर भी दोनों को कोरोना हो गया।