अमेरिका में कोरोना मरीज को अस्पताल से भेजा गया साढ़े आठ करोड़ रुपये का बिल
अमेरिका में कोरोना मरीज को अस्पताल से भेजा गया साढ़े आठ करोड़ रुपये का अस्पताल का बिल
वॉशिंगटन। अमेरिका के उत्तर पश्चिम में स्थित एक शहर के अस्पताल में एक माइकल फ्लोर नामक व्यक्ति को 4 मार्च को कोरोना के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ये मरीज 62 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा, 5 मई को ठीक होने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। जिसके बाद वो अपने घर गया। इस मरीज ने अस्पताल का जो बिल चुकाया उसे सुनकर कर आपके भी होश उड़ जाएंगे।
इसमें ICU के लिए हर दिन 9,736 अमेरिकी डॉलर यानी 7,39,517.35 रुपए 42 दिनों के लिए स्टेराइल रूम का 4,09,000 अमेरिकी डॉलर यानी 31, 06, 6413 रुपए, 29 दिन वेंटिलेटर के लिए 82,000 अमेरिकी डॉलर यानी 62,28,474 रुपये और जब वह जिन्दगी मौत के बीच जूझ रहे थे. उन दो दिनों के लिए लगभग एक लाख अमेरिकी डॉलर यानी 75,95,700 रुपये चार्ज किये गए हैं। सीएटेल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लॉर की उम्र के चलते वह सरकारी बीमा के हकदार हैं और यह पैसा उनसे नहीं लिया जाना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार फ्लॉर ने कहा- 'मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि मेरी जिन्दगी बचाने के लिए लाखों रुपए लगे हैं, लेकिन ऐसा कहने वाला मैं अकेला नहीं हूं। लेकिन एक ऐसे देश में जहां स्वास्थ्य देखभाल दुनिया में सबसे महंगी है - और इसे सामाजिक रूप देने का विचार बेहद विवादास्पद बना हुआ है उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अस्पताल यह जानते हुए कि करदाता लागत का अधिक वहन करेंगे।"टाइम्स से कहा कि यह मेरे जीवन को बचाने के लिए एक लाख रुपये था, और निश्चित रूप से मैं कहूंगा कि यह पैसा अच्छी तरह से खर्च किया गया है। कोरोनोवायरस शटडाउन के माध्यम से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए कांग्रेस द्वारा अपनाई गई एक विशाल योजना में कोविद -19 रोगियों का इलाज करने वाले अस्पतालों और निजी बीमा कंपनियों की क्षतिपूर्ति के लिए 100 मिलियन अमरीकी डालर का बजट शामिल है।
केवल अमेरिकी एजेंसियां हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के लाभ को कोरोना के इलाज में समझने में विफल रही -ट्रंप