QUAD बैठक से पहले भारत ने भेजा पैगाम, सीमा पर शांति चाहिए तो कायदे में रहे चीन, ड्रैगन के खिलाफ एजेंडा तय
क्वाड की बैठक से पहले चीन बौखलाया हुआ है। वहीं, ऑकस के गठन ने चीन को और ज्यादा परेशान कर रखा है। ऐसे में माना जा रहा है कि क्वाड की बैठक के जरिए चीन पर भारत और दबाव बढ़ाने की कोशिश करेगा।
नई दिल्ली, सितंबर 20: अमेरिका में क्वाड देशों की बैठक से पहले भारत ने चीन को काफी सख्त संदेश भेजा है। भारत ने चीन को कहा है कि अगर सीमा पर अगर वो शांति चाहता है, तो उसे सीमा शर्तों का पालन करना ही होगा। भारत सरकार ने इसके साथ ही क्वाड का एजेंडा भी क्लियर कर दिया है और जिस तरह से चीन को सख्त संदेश भेजा गया है, उससे जाहिर हो रहा है कि क्वाड की बैठक किस दिशा में होने वाली है।
चीन को सख्त संदेश
भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि, ''हमने चीनी पक्ष को स्पष्ट कर दिया है कि हमारे संबंधों के विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति आवश्यक है।'' भारत ने चीन को जो संदेश भेजा है, उसमें भारत की तरफ से तीन मुद्दों पर बात की गई है। भारतीय विदेश सचिव ने कहा कि, ''भारत-चीन संबंध का विकास तीन मुद्दों पर निर्भर करता है। पहला मुद्दा है आपसी सम्मान, दूसरा है आपसी संवेदनशीलता और तीसरा है, आपसी हित।'' दरअसल, चीनी सरकारी मीडिया ने कहा है कि भारतीय सीमा के पास चीन विध्वंसक हथियारों के साथ अभ्यास कर रहा है, वहीं इसी हफ्ते क्वाड की बैठक भी होने जा रही है, उससे पहले चीन को दिया गया ये संदेश भारत के आक्रामक रवैये की तरफ इशारे करता है।
क्वाड पर भारत
भारतीय विदेश सचिव ने कहा कि, ''चारों क्वाड देश कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे, उभरती टेक्नोलॉजी, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, और सबसे महत्वपूर्ण कोविड-19 के मुद्दों पर सक्रियता के साथ काम कर रहे हैं, जिसमें वैक्सीन सहयोग, और लचीला और विश्वसनीय सप्लाई चेन शामिल हैं"। आपको बता दें कि क्वाड में भारत के अलावा जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल है। जिसे चीन अपना विरोधी संगठन मानता है। इसके साथ ही भारत ने कहा है कि, हमारे पड़ोस की स्थिति, विशेष रूप से अफगानिस्तान में और हमारी पूर्वी सीमाओं पर चीन के साथ, हमें याद दिलाती है कि, जहां नई वास्तविकताएं महसूस की जा रही हैं, वहीं पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियां बनी हुई हैं''।
पीएम मोदी को आमंत्रण
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि, भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्वाड की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है। जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री शामिल होंगे। क्वाड फ्रेमवर्क के तहत सहयोग का एजेंडा रचनात्मक और विविधता पर बात होगी। आपको बता दें कि, इस हफ्ते क्वाड के अलावा यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली की भी बैठक न्यूयॉर्क में होने जा रही है, जिसमें भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी संबोधित करेंगे।
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