जिस द्वीप पर 100 साल तक जिंदा रहते हैं विशाल कछुए, वहां से आई बेहद बुरी खबर
ये चारों विशाल कछुए गैलापागोस प्रजाति के थे, जिनकी उम्र 100 साल तक होती है।
इक्वाडोर: विलुप्त हो रहीं जानवरों की प्रजातियों को बचाने के लिए पूरी दुनिया में अलग-अलग देशों की सरकारों ने सख्त कानून बनाए हुए हैं। जंगली जानवरों के शिकार पर जहां प्रतिबंध लगा हुआ है, वहीं ऐसा करने वालों के लिए कड़ी सजा भी रखी गई है। इसके बावजूद पैसों और मांस के लिए जानवरों का शिकार और उनकी तस्करी जारी है। अब इक्वाडोर के इसाबेला द्वीप से एक बेहद दुखद खबर आई है। यहां विलुप्तप्राय प्रजाति के चार विशाल कछुओं को मांस के लिए मारे जाने की खबर से हड़कंप मच गया है। (सभी फोटो साभार- Facebook/GalapagosConservancy)
कछुओं के शिकार पर पिछले 90 साल से प्रतिबंध
'डेली स्टार' की खबर के मुताबिक, ये चारों विशाल कछुए गैलापागोस प्रजाति के थे, जिनकी उम्र 100 साल तक होती है। आपको बता दें कि इक्वाडोर के इसाबेला द्वीप में इन कछुओं के शिकार पर पिछले 90 साल से प्रतिबंध लगा हुआ है। प्रतिबंध के बावजूद मांस के लिए कछुओं का शिकार होने की खबर ने अधिकारियों को परेशान कर दिया है।
शिकारियों की तलाश में जुटी टीमें
गैलापागोस नेशनल पार्क के कर्मचारियों को इन चारों कछुओं के अवशेष बीते सोमवार यानी 29 अगस्त को मिले। इससे पहले पिछले साल सितंबर के महीने में भी इसी नेशनल पार्क से शिकार की खबर सामने आई थी। इस घटना के बाद अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं और टीमें इन कछुओं का शिकार करने वाले शिकारियों की तलाश में जुट गई हैं।
सितंबर में मृत मिले थे 15 कछुए
आपको बता दें कि पिछले साल सितंबर के महीने में गैलापागोस नेशनल पार्क में 15 विशालकाय कछुए मृत मिले थे। मृत कछुओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर हुईं और लोगों के बीच इस घटना को लेकर काफी आक्रोश देखा गया था। वहीं, घटना पर गैलापागोस कछुओं के संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था ने बताया कि मौके से जो साक्ष्य मिले हैं, उनके आधार पर कहा जा सकता है कि कछुओं का मांस खाने के लिए इनका शिकार किया गया है।
कड़े कानून के बावजूद कछुओं की तस्करी
गौरतलब है कि मार्च 2021 में गैलापागोस के सेमुर एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान कस्टम अधिकारियों ने एक शख्स के पास से सूटकेस के अंदर रखे गए 185 छोटे कछुए बरामद किए थे। इन कछुओं को सूटकेस के अंदर इतने बुरे तरीके से रखा गया था कि जब कस्टम के अधिकारियों ने इन्हें बाहर निकाला तो उनमें से 10 कछुए मृत मिले।
कछुओं के शिकार पर तीन साल की सजा
आपको बता दें कि गैलापागोस नेशनल पार्क में कछुओं को पकड़ना और यहां से हटाकर कहीं और ले जाना 1970 से प्रतिबंधित है। वहीं, तेजी से विलुप्त हो रहे गैलापोगास प्रजाति के कछुओं को मारने पर 1933 से प्रतिबंध लगा हुआ है। कानून के मुताबिक, यहां कछुओं का शिकार करने पर तीन साल की सजा का प्रावधान है।
100 साल तक जीवित रह सकते हैं गैलापागोस कछुए
यहां यह जानना दिलचस्प है कि इस नेशनल पार्क में गैलापागोस प्रजाति के विशालकाय कछुओं का शिकार कोई जानवर नहीं करता है और ये कछुए 100 साल तक जीवित रह सकते हैं। हालांकि शिकारियों के चलते इन कछुओं की संख्या में गिरावट आई है और माना जा रहा है कि 19वीं शताब्दी में जहां इस प्रजाति के कछुओं की संख्या दुनिया भर में करीब 2 लाख थी, वो संख्या घटकर अब महज 15 हजार रह गई है।