भारत ने पुतिन को रोक रखा है, वर्ना यूक्रेन पर अब तक कई परमाणु हमले हो चुके होते, अमेरिकी मंत्री का बड़ा बयान
द अटलांटिक को दिए इंटरव्यू में ब्लिंकन ने कहा, "ये नई दिल्ली है जिसने बीजिंग के साथ मिलकर मास्को को सामरिक परमाणु हथियार का उपयोग करने से रोक रखा है।"
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अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का रूस-यूक्रन युद्ध को लेकर बड़ा बयान आया है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत और चीन की वजह से अब तक यूक्रेन पर रूस ने परमाणु हमला नहीं किया है। ब्लिंकन ने कहा कि ये दोनों देशों का ही प्रभाव है वर्ना अब तक रूस ये जंग जीतने के लिए यूक्रेन पर परमाणु हमला कर चुका होता।
भारत का रूस से सीधा जुड़ाव
द अटलांटिक को दिए इंटरव्यू में ब्लिंकन ने कहा, 'भारत का रूस संग अन्य देशों की तुलना में सीधा जुड़ाव है। ये नई दिल्ली है जिसने बीजिंग के साथ मिलकर मास्को को सामरिक परमाणु हथियार का उपयोग करने से रोक रखा है।' अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि पुतिन इस युद्ध में ज्यादा तर्कहीन रूप से प्रतिक्रिया कर सकते हैं। मास्को की तरफ से बार-बार परमाणु हमले की धमकी दी गई। ये एक चिंता का विषय है।
मतदान से अनुपस्थित रहा भारत
ब्लिंकेन ने कहा, हमने उन सभी देशों इस युद्ध को खत्म करवाने के लिए आग्रह किया, जिनके संबंध रूप से अच्छे हैं। इसमें चीन और भारत भी शामिल है। इसका असर भी हुआ। दोनों देशों ने रूस को यूक्रेन पर परमाणु हमला करने से रोकने के लिए कोशिश की और ये सफल रहा। आपको बता दें कि ब्लिंकन का बयान यूक्रेन युद्ध पर भारत की स्थिति के जवाब में आया है। युद्ध के एक साल पूरे होने के एक दिन पहले फरवरी 23 को संयुक्त राष्ट्र आम सभा में रूस के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया। इसमें मांग की गई कि रूस जल्द से जल्द यूक्रेन से बाहर निकले। भारत ने इस मतदान में अनुपस्थित रहा था।
भारत का रूस पर कम हो रहा भरोसा
ब्लिंकेन ने कहा कि रूस के साथ सालों तक संबंध रखने वाले देशों के लिए एक झटके में अलग हो जाना एक बड़ी चुनौती है। हम जानते हैं कि कि भारत दशकों से रूसी सैन्य उपकरण खरीद रहा है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हमने जो देखा है वह रूस पर भरोसा कम कर रहा है। रूस पर भारत की निर्भरता कम होती जा रही है और फ्रांस-अमेरिका जैसे देशों संग भारत संबंध बढ़ा रहा है।
चीन पर लगाया था बड़ा आरोप
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीन पर आरोप लगाया था कि वह हथियार देकर रूस की मदद कर सकता है। ब्लिंकेन ने चीन को बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि चीन रूस को हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है जो कि आने वाले समय में मुश्किलें खड़ा कर सकता है। एंटनी ब्लिंकन ने आगे कहा कि चीन रूस की कार्रवाई की ना तो आलोचना करता है ना ही वो रूस पर यूक्रेन के हमले को गलत मानता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि चीन की तरफ से कोई भी हथियार आपूर्ति सिर्फ पश्चिमी देशों के लिए ही नहीं दुनिया के अन्य देशों के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं।