भारत-चीन तनाव पर अमेरिका का बयान- यूएस को नहीं लगा दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं
भारत दौरे पर आये अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि अमेरिका को कभी नहीं लगा कि भारत और चीन के बीच लड़ाई हो सकती है।
नई दिल्ली: भारत दौरे पर आये अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि अमेरिका को कभी नहीं लगा कि भारत और चीन के बीच लड़ाई हो सकती है। नई दिल्ली में स्पेशल ब्रीफिंग के दौरान अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि भारत और चीन के बीच तनाव काफी ज्यादा था लेकिन अमेरिका को नहीं लग रहा था कि दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन सकते हैं।
भारत-चीन तनाव पर अमेरिका
अमेरिका के रक्षामंत्री तीन दिनों के भारत दौरे पर हैं, जहां भारत और अमेरिका के बीच कई महत्वपूर्ण मामलों पर दोनों देशों की बातचीत हो रही है। नई दिल्ली में अमेरिकी रक्षामंत्री की मुलाकात भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोवाल से हो चुकी है। जब अमेरिका के रक्षामंत्री से पूछा गया कि एक वक्त भारत और चीन के बीच काफी खराब हालात बन गये थे और दोनों देशों के बीच युद्ध हो सकती थी, तो उन्होंने कहा कि अमेरिका को नहीं लग रहा था कि दोनों देश युद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि 'अमेरिका ने कभी नहीं सोचा कि भारत और चीन युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं'। भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद अमेरिका के रक्षामंत्री ने भारत और चीन को लेकर ये बात कही।
चीन को लेकर भारत-यूएस में बात
अमेरिका के रक्षामंत्री ने भारत का दौरा उस वक्त किया है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव में कमी आई है और दोनों देश ईस्टर्न लद्दाख बॉर्डर से डिसइंगेजमेंट के लिए तैयार हो चुके हैं। लेकिन, इसके साथ ही इंडो- पैसिफिक क्षेत्र में चीन लगातार अपनी ताकत का इजाफा कर रहा है, जिसने पूरी दुनिया को खतरे में डाल रखा है। इंडो-पैसिफिक में चीन को रोकने के लिए अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है और इंडो-पैसिफिक के लिहाज से अमेरिका का सबसे बड़ा सहयोगी देश भारत ही है। चीन को रोकने के लिए ही अमेरिका ने क्वाड का रूपरेखा तैयार किया था जिसकी मीटिंग अभी कुछ दिन पहले की गई है
आतंकवाद पर बात
नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के रक्षामंत्रियों के बीच हुई बातचीत में दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गये हैं। दोनों देशों के बीच सैन्य समझौते को बढ़ाने के साथ साथ रक्षा क्षेत्र में संबंध को और मजबूत करने पर बात की गई है। वहीं, हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर भी दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण बैठक की गई है। क्वाड के बाद अमेरिकी रक्षामंत्री का भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा है। जापान, साऊथ कोरिया के बाद अमेरिकी रक्षामंत्री सीधे भारत के दौरे पर पहुंचे हैं। इसके साथ ही भारत और अमेरिका के रक्षामंत्रियों के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात की गई है। भारत लंबे वक्त से आतंकवाद से पीड़ित रहा है।