एफएटीएफ की बैठक से पहले घबराया पाकिस्तान, 4 आतंकी किए गिरफ्तार
इस्लामाबाद। आतंकवादियों को अपनी सरजमीं पर पनाह देना पाकिस्तान के लिए अब खतरा बन चुका है। पाकिस्तान के उपर ब्लैक लिस्ट होने का अब खतार मंडरा रहा है। इसी बीच पेरिस में होने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक से पहले पाकिस्तान ने दुनिया को दिखाने के लिए आतंकियों की फिर धड़पकड़ शुरू कर दी है। पाकिस्तान ने गुरुवार को आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा (जेयूडी) के चार सरगनाओं को गिरफ्तार किया है।
पाकिस्तान की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने बृहस्पतिवार को आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोपों में प्रतिबंधित लश्कर ए तैयबा/जमात उद दावा के शीर्ष चार नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। लश्कर और जमात उद दावा के गिरफ्तार किये गये शीर्ष चार नेताओं के नाम प्रोफेसर जफर इकबाल, याहिया अजीज, मुहम्मद अशरफ तथा अब्दुल सलाम हैं। पेरिस में 12 से 15 अक्टूबर तक एफएटीएफ की होने वाली पूर्ण बैठक से पहले यह कार्रवाई की गयी है।
पेरिस स्थित एफएटीएफ ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल दिया था। उसे अक्टूबर 2019 तक पूरा करने के लिए एक कार्ययोजना सौंपी गयी थी। इसमें विफल रहने पर ईरान तथा उत्तर कोरिया के साथ काली सूची में डाले जाने की चेतावनी दी गयी थी। अब एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालने की प्लानिंग बना रहा है। इससे पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है।
काउंटर टेरोरिज्म डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैय्यबा के टॉप आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आतंकियों को सीटीडी पंजाब ने नेशनल एक्शन प्लान के तहत टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीटीडी ने कहा कि लश्कर-ए-तैय्यबा और जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद पहले से ही लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद है।
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