'ढह गया' तालिबान विरोधी आखिरी गढ़, पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद सालेह भागकर पहुंचे ताजिकिस्तान
काबुल, 7 सितम्बर। अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध का आखिरी गढ़ पंजशीर भी आखिरकार ढह गया है। तालिबान ने दावा किया है कि उसने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है। हालांकि अभी विरोधी मोर्चे की तरफ से इसकी पुष्टि हो गई है लेकिन पंजशीर के बारे में जो मीडिया रिपोर्ट आ रही है उससे ये मालूम पड़ रहा है कि विरोधी मोर्चा तालिबान के सामने अब टिकने की स्थिति में नहीं है। इस बीच खबर आ रही है कि अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद सालेह भागकर ताजिकिस्तान पहुंच गए हैं। काबुल में गनी सरकार के गिरने के बाद मोहम्मद सालेह पंजशीर पहुंच गए थे और उन्होंने अहमद मसूद के नेतृत्व में तालिबान विरोधी मोर्चे का हिस्सा बन गए थे।
अब तालिबान के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में सामने आया है कि पंजशीर में तालिबान के घुसने के साथ ही मोहम्मद सालेह अफगानिस्तान छोड़कर निकल गए है। तालिबान के हवाले से अल जजीरा न्यूज नेटवर्क की रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद सालेह भागकर पड़ोसी देश ताजिकिस्तान पहुंच गए हैं।
प्रतिरोध
का
गढ़
बना
रहा
पंजशीर
बता
दें
कि
पंजशीर
में
बहुसंख्यक
आबादी
ताजिक
मूल
के
लोगों
की
हैं।
सोवियत
आक्रमण
के
समय
और
फिर
बाद
में
तालिबान
के
आने
के
बाद
पंजशीर
को
हमले
से
बचाने
वाले
कमांडर
अहमद
शाह
मसूद
भी
ताजिक
मूल
के
थे।
जिनकी
तालिबान
सुसाइड
बॉम्बर
ने
11
सितम्बर
पर
अमेरिकी
हमले
के
दो
दिन
पहले
हत्या
कर
दी
थी।
पंजशीर
घाटी
में
इस
समय
तालिबान
विरोधी
मोर्चे
की
अगुवाई
उनके
बेटे
अहमद
मसूद
के
ही
हाथों
में
है।
तालिबान के साथ लड़ता रहा पाकिस्तान, पंजशीर को भारत समेत दुनिया ने क्यों छोड़ा अकेला? हार की 5 वजहें
तालिबान विरोधी मोर्चे की अगुवाई करने वाले अहमद मसूद इस समय कहां है फिलहाल इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है। एक दिन पहले ही अहमद मसूद ने ऑडियो संदेश जारी कर तालिबान के पंजशीर पर कब्जे के दावे को खारिज किया था और कहा था कि अभी भी वह मजबूत रणनीतिक स्थिति में है। हालांकि उन्होंने ये माना कि लड़ाई में उनके कई रिश्तेदार मारे गए हैं।
मसूद
के
कई
रिश्तेदारों
की
मौत
तालिबान
के
प्रवक्ता
जबीउल्लाह
मुजाहिद
ने
कहा
था
"देश
में
पूर्ण
रूप
से
सुरक्षा
के
उनके
प्रयास
ने
परिणाम
दिखाया
है
और
पंजशीर
प्रांत
इस्लामिक
अमीरात
के
कब्जे
में
आ
गया
है।
इसके
पहले
रविवार
को
पंजशीर
में
विरोधी
मोर्चे
के
प्रवक्ता
फहीम
दश्ती
तालिबान
के
साथ
संघर्ष
में
मारे
गए
थे।