न्यूक्लियर सेंटर के पास कंस्ट्रक्शन शुरू कर नॉर्थ कोरिया ने दुनिया को फिर डराया
प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया में न्यूक्लियर प्रोग्राम के निकट बन रहे कंस्ट्रक्शन की तस्वीरें जारी हुई है, जिससे साबित होता है कि शांति की ओर बढ़ रहे कोरियाई प्रायद्वीप पर अभी भी खतरा कम नहीं हुआ है। नॉर्थ कोरिया में न्यूक्लियर साइंटिफिक रिसर्च सेंटर के पास बन रहे कंस्ट्रक्शन की तस्वीरें यॉन्गब्यॉन की बताई जा रही है। नॉर्थ कोरिया में इस नए कंस्ट्रक्शन का उद्देश्य का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि रियक्टर का सेकेंडरी कूलिंग सिस्टम हो सकता है।
पिछले माह से चल रहा है कंस्ट्रक्शन
यॉन्गब्यॉन में इस नए कंस्ट्रक्शन का फिलहाल उद्देश्य स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि वाहनों को रखरखाव और मरम्मत, खर्च किए गए ईंधन सड़कों की आवाजाही के साथ-साथ रिएक्टर के लिए ताजा ईंधन के लोडिंग और उतराई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछले माह 30 मार्च से कंस्ट्रक्शन साइट पर कुछ ट्रकों और मोबाइल क्रेन को देखा गया है।
अगले माह होगी ट्रंप और किम की मुलाकात
नॉर्थ कोरिया के यॉन्गब्यॉन की यह तस्वीरें 38North.org ने अपनी एक रिपोर्ट में जारी की है। हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसका मकसद किया है। अगले माह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरियाई सुप्रीम लीडर व तानाशाह किम जोंग उन के बीच मई में मुलाकात संभव बताई जा रही है। इस बीच यह कंस्ट्रक्शन अगर उनके न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़ा है, तो नॉर्थ कोरिया के लिए एक बार फिर मुश्किलें खड़ी हो सकती है।
इस साल कोरियाई प्रायद्वीप में दिखी शांति
पिछले साल कोरियाई प्रायद्वीप में सबसे ज्यादा तनाव देखने को मिला था। नॉर्थ कोरिया ने पिछले साल लगभग हर महीने एक मिसाइल को लॉन्च किया था, जिसमें एक विनाषकारी हाइड्रोजन बम भी शामिल है। वहीं, नॉर्थ कोरिया ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने उस मिसाइल का निर्माण कर लिया है, जो अमेरिका तक अटैक करने में सक्षम है। हालांकि, इस साल कोरियाई प्रायद्वीप में बहुत कुछ बदलाव देखने को मिला है। नॉर्थ कोरिया ने इस साल में अब तक एक भी मिसाइल लॉन्च नहीं की है। वहीं, विंटर ऑलंपिक गेम में नॉर्थ कोरिया का भाग लेना और किम जोंग उन की चीन यात्रा ने कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता के संकेत जरूर दिए हैं।
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