कलाश्निकोव की एके47 राइफल से जुड़ी 10 बातें जो आप नहीं जानते
चलिये चर्चा करते हैं कलाश्निकोव के बेहतरीन अविष्कार एके47 से जुड़ी 10 बातों की, जो शायद आप आज से पहले नहीं जानते होंगे।
1. एके47 वह हथियार है, जिससे पानी के अंदर से हमला करने पर भी गोली सीधे जाती है। गोलियों की गति इतनी तेज होती है, कि पानी का घर्षण भी उसे कम नहीं कर पाता है।
2. यह बेहद सिम्पल राइफल है और बहुत आसानी से इसका निर्माण किया जा सकता है, इसीलिये दुनिया में यह एक मात्र ऐसी राइफल है, जिसकी सबसे ज्यादा कॉपी की गई है।
3. इसके अविष्कारक कलाश्निकोव ने एके-47 से एक पैसे का भी लाभ नहीं कमाया। 1991 तक इसका कोई पेटेंट भी नहीं था।
4. भारत ही नहीं, अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और खाड़ी देशों में यह धारणा है कि एके-47 का इस्तेमाल सिर्फ गैंगस्टर और आतंकवादी ही करते हैं। यह उनका भ्रम है।
5. यह एक मात्र ऐसा अस्त्र है, जो हर प्रकार के पर्यावरण में चलाया जा सकता है और एक मिनट के अंदर इसे साफ किया जा सकता है।
6. इस पूरी राइफल में मूव करने वाले यानी चलने वाले मात्र 8 पुर्जे होते हैं। इसीलिये इसका उत्पादन बहुत आसानी से किया जा सकता है।
7. यह एक मात्र ऐसा शस्त्र है, जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा कालाबाजारी होत है। ब्लैक मार्केट में एक एके47 की कीमत 3 लाख रुपए तक होती है।
8. एके47 का नाम सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने के लिये गीनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया।
9. दुनिया भर में इस समय करीब 10 करोड़ एके47 राइफलें हैं। यानी दुनिया के हर 60वें वयस्क के पास एके47 है।
10. जिस वक्त कलाश्निकोव ने इस राइफल का अविष्कार किया था, तब उनकी उम्र मात्र 21 वर्ष थी। देश के 106 देशों की सेना एके47 राइफलों से लैस है।