MP में दूर होगी लो वोल्टेज की दिक्कत, इस प्रोसेस के बाद किसानों को मिलेंगे ट्रांसफार्मर
इंदौर, 6 अक्टूबर : मध्यप्रदेश में अब जल्द ही रबी के सीजन में फसल की बुवाई का सिलसिला शुरू हो जाएगा, जहां अब इससे पहले रबी के सीजन में बिजली की ओवरलोड समस्या दूर करने के उद्देश्य से कंपनी ने नई पहल की है, जिसके अंतर्गत किसानों को किराए पर ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराए जाएंगे। रबी सीजन में अक्सर किसान लो वोल्टेज और ओवरलोड की समस्या से परेशान रहते हैं, जहां किसानों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कंपनी की ओर से यह पहल की गई है। रबी सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए मोटर पंप चलाने होते हैं, जहां लो वोल्टेज और ओवरलोड की समस्या के चलते मोटर पंप चलाने में समस्या का सामना करना पड़ता है।
इंदौर - उज्जैन संभाग में मिलेगी सुविधा
अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने वाली गेहूं, चने, आलू, मटर और मिर्ची की फसल बोने की तैयारियों में अब किसान जुट गए हैं, जहां इंदौर और उज्जैन संभाग के लगभग 15 जिलों में बिजली की आपूर्ति, कंपनी द्वारा की जाएगी। वर्तमान में कंपनी क्षेत्र में बिजली की खपत 3600 मेगावाट को पार कर रही है, जो आने वाले 15 से 20 दिनों में 5000 मेगावाट के करीब पहुंचेगी। उधर, अब किसान रबी सीजन की फसल बोने की तैयारियों में जुट गए हैं, जहां अक्टूबर के पहले सप्ताह से फसल बोने का काम शुरू होगा।
इस कारण आती है किसानों को समस्या
मालवा निमाड़ क्षेत्र में रबी के सीजन में बोई जाने वाली फसलें अधिक मात्रा में उत्पन्न होती है। यही कारण है कि, किसान अक्सर रबी के सीजन में अत्यधिक बुराई करता है। इसी के चलते सिंचाई के कारण अक्सर लो वोल्टेज ओवरलोड की समस्या बढ़ जाती है, जहां अबकी बार इस समस्या से किसानों को निजात दिलाने के लिए कंपनी ने नई पहल की है। खेतों तक बिजली की सप्लाई कम पहुंचने के कारण अक्सर किसानों के पंप कमजोर हो जाते हैं। साथ ही सिंचाई ठीक तरीके से नहीं होने का सीधा असर फसल पर भी पड़ता है, जिसके चलते अब बिजली कंपनी ने नया फैसला लेते हुए किसानों को किराए पर ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी है।
इस प्रोसेस के बाद किराए पर मिलेंगे ट्रांसफार्मर
रबी सीजन में फसल बुवाई के बाद सिंचाई के चलते लो वोल्टेज और ओवरलोड की समस्या से जूझने वाले किसानों को अब बिजली कंपनी किराए पर ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराएगी, जहां लगभग 2300 रूपए प्रति महीना शुल्क पर किसान ट्रांसफार्मर जिला मुख्यालय से ले सकेंगे। जिला मुख्यालयों पर यह ट्रांसफार्मर उपलब्ध रहेंगे, जहां कागजी कार्रवाई के बाद कंपनी की ओर से किसानों को यह ट्रांसफार्मर दे दिया जाएगा।