योगी की पुलिस ने 10 महीनों में किए 921 एनकाउंटर, 33 की मौत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक लगातार कई एनकाउंटर हुए जिसमे कई अपराधियों को पुलिस ने ढेर कर दिया। मंगलवार को भी पुलिस ने हिस्टीर शीटर चन्नू सोनकर को आजमगढ़ में मार गिराया, इसके साथ ही यूपी पुलिस ने पिछले 10 महीनों में अलग-अलग एनकाउंटर में कुल 30 अपराधियों को मार गिराया है। 20 मार्च 2017 में सरकार में आने के बाद योगी सरकार की पुलिस ने 29 एनकाउंटर में 30 अपराधियों को मार गिराया है, जबकि इन एनकाउंटर में तीन पुलिसकर्मी मारे गए हैं। यूपी पुलिस ने पिछले 10 महीनों में कुल 921 एनकांउटर को अंजाम दिया है। 20 मार्च से 31 दिसंबर तक कुल 921 एनकाउंटर में 29 अपराधियों की मौत हुई है, जबकि 2214 अपराधी गिरफ्तार हुए हैं। इन एनकाउंटर में 196 कथित अपराधी घायल हुए हैं, जबकि 210 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं और 3 पुलिसकर्मी मारे गए हैं। जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है उनमे से 1688 पर पुलिस ने इनाम रखा था।
आयोग की नोटिस के बाद भी 8 एनकाउंटर
22 नवंबर को को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार को पिछले छह महीने में किए गए 19 एनकाउंटर को लेकर नोटिस जारी किया है, आंकड़ों की मानें तो एनकाउंटर में 29 लोगों की मौत हुई है जोकि वांटेड थे। मानवाधिकार आयोग के नोटिस के बाद भी पुलिस ने 8 एनकाउंटर किए हैं, तीन एनकाउंटर इस साल किए गए हैं जिसमे में 8 वांटेड अपराधी और कॉस्टेबल की मौत हो गई।प्रदेश के मुख्य सचिव होम अरविंद कुमार का कहना है कि उसे अभी तक मानवाधिकार आयोग का नोटिस नहीं मिला है।
30 एनकाउंटर 29 मौत
31 मार्च को पुलिस ने सहारनपुर में गुरमीत को मार गिराया, जिसमे सब इंसपेक्टर घायल हो गया। गुरमीत पर 7 हत्या व डकैती के मामले थे। इस एनकाउंटर की न्यायिक जांच में पुलिस को निर्दोष बताया गया। वहीं 29 जुलाई को पुलिस ने नौशाद, सरवार को मार गिराया जोकि फरार चल रहे थे। कैराना में इनका एनकाउंटर किया गया, जिसमे तीन पुलिसकर्मियों को गोली लगी। नौशाद पर 17 मामले हत्या, गुंडा एक्ट के तहत दर्ज थे, जबकि सरवार पर नौ मामले हत्या व गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज थे। नौशाद पर 60000 रुपए व सरवार पर 15000 का इनाम था, इस एनकाउंटर की भी न्यायिक जांच में पुलिस को निर्दोष पाया गया।
अलग-अलग मामलों में वांटेड
2 अगस्त को मथुरा में पुलिस ने कासिम को मार गिराया, जिसमे एक सब इंसपेक्टर व कॉस्टेबल को गोली लगी। कासिम पर लूट के 6 मामले दर्ज थे। इस मामले में न्यायिक जांच अभी चल रही है। वहीं 3 अगस्त को आजमगढ़ में पुलिस ने जयहिंद यादव को मार गिराया, उसपर लूट के मामला दर्ज था। इस एनकाउंटर में सब इंसपेक्टर व कॉस्टेबल घायल हो गया था। जयहिंद पर 13 हत्या, गैंगस्टर एक्ट व आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज थे, उसपर 15000 रुपए का इनाम भी था। पुलिस की जांच में पुलिस को क्लीन चिट दी गई, जबकि न्यायिक जांच अभी लंबित है।
कई मामलों में न्यायिक जांच पेंडिंग
11 अगस्त को पुलिस ने शामली के कैराना में इकराम को मार गिराया था, उसपर दो हत्या का आरोप था और वह फरार चल रहा था। इस एनकाउंटर में दो पुलिसवाले घायल हो गए थे। इकराम पर कुल 13 मामले दर्ज थे, उसपर 5000 रुपए का इनाम था। इस मामले में पुलिस ने अपनी जांच में पुलिस को क्लीन चिट दी जबकि न्यायिक जांज लंबित है। ऐसे ही कई एनकाउंटर हुए हैं जिसमे न्यायिक जांच पेंडिंग है।