असम को किसी भी कीमत पर नहीं बनने देंगे दूसरा कश्मीर- अमित शाह
नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह असम के दौरे पर हैं। शाह ने यहां गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के काफिले पर हुए हमले में शहीद 40 सैनिकों श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपानीत सरकार असम को दूसरा कश्मीर नहीं बनने देगी और इसी वजह से राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लाया गया है। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को पहचानने के लिए एनआरसी को पेश किया गया है और भाजपा ऐसे किसी भी बाहरी अथवा दूसरे देश के नागरिकों को यहां से भेजकर असम को उससे छुटकारा दिलाएगी।
केंद्र में विपक्षी कांग्रेस और उसके पूर्व सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि दोनों दलों ने 1985 में समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से इतने साल बीत जाने के बाद भी असम समझौते को लागू करने के लिए कुछ नहीं किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, 'मैं असम के बेटे मनेश्वर बसुमतरी और अन्य सीआरपीएफ कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, क्योंकि केंद्र में यह कांग्रेस की सरकार नहीं है। यह भाजपा है।'
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार असम के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। अधिवेशन में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और हेमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे। सम्मेलन में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जोर देकर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के अच्छे कामों को जमीनी स्तर पर फैलाना होगा। असम के वरिष्ठ मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उम्मीद जताई कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनावों में राज्य में अच्छा परिणाम दिखाएगी।