वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल: मैच के अंतिम दिन दोनों टीमों को जीत की उम्मीद
मंगलवार को ज़बरदस्त खेल के बाद आज मैच के आख़िरी दिन हर मुमकिन नतीजा आ सकता है, लेकिन किसकी ओर झुका है पलड़ा?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
- भारत 217 और 64-2: रोहित 30, साउदी 2-17
- न्यूज़ीलैंड 249: कोनवे 54, विलियमसन 49, शमी 4-76, इशांत 3-48
- भारत 32 रनों से आगे; देखें लाइव स्कोरकार्ड
इंग्लैंड के साउथेंपटन में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जा रहे 'वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप' का फ़ाइनल एक अहम मोड़ पर है. पाँचवे दिन के ज़बरदस्त खेल के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सभी चार नतीज़े मुमकिन हैं.
भारत ने मंगलवार को खेल ख़त्म होने तक दो विकेट खोकर 64 रन बना लिए थे. इस वक्त भारतीय टीम 32 रनों से आगे चल रही है.
मैच में छठे दिन का प्रावधान बारिश की संभावना की वजह से किया गया था और बारिश के कारण व्यर्थ हुए समय की भरपाई के लिए बुधवार को छठे दिन भी खेल होगा.
इससे पहले मंगलवार को न्यूज़ीलैंड की टीम पहली पारी में 249 रन बनाकर, 32 रनों की लीड के साथ आउट हो गई थी.
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों की ज़बरदस्त बॉलिंग के ख़िलाफ़ न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलिमनसन जमकर खेले और 177 गेंदों पर 49 रन बनाए. बाद में काइली जेमीसन और टिम साउदी ने भी 21 और 30 रन बनाकर टीम के स्कोर को भारत से आगे बढ़ाने में मदद की.
इसके बाद दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम के ओपनर शुभमन गिल केवल 8 रन बनाकर, टिम साउदी की गेंद पर एलबीडब्ल्यू का शिकार हो गए.
ठीक इसी तरह साउदी ने बाद में रोहित शर्मा को भी चलता किया. रोहित ने 30 रन बनाए.
बुधवार को अगर न्यूज़ीलैंड की टीम भारत को जल्द ही ऑल आउट कर पाती है तो उनका पलड़ा भारी हो सकता है.
जीत तो भारत भी सकता है. लेकिन उसके लिए भारतीय बल्लेबाज़ों को तेज़ी से रन बनाने होंगे और कप्तान विराट कोहली को आक्रामक रुख़ अपनाते हुए पारी की घोषणा कर, न्यूज़ीलैंड को ललकारना होगा.
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आज क्या होगा?
इस मैच का काफ़ी हिस्सा बारिश की भेंट चढ़ा है लेकिन आज मैच के आख़िरी दिन साउथेंपटन में साफ़ मौसम की भविष्यवाणी है.
मैच ड्रॉ रहने के स्थिति में दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा.
कल मैदान से दो दर्शकों को बाहर निकाल दिया गया था क्योंकि वो न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों से गाली-गलोच कर रहे थे.
बुधवार को जो भी हो, वो एक मील का पथ्तर ही होगा. साल 2005 के बाद ये पहली बार है कि कोई टेस्ट मैच छठे दिन भी जारी रहेगा. इंग्लैंड में तो ये 1975 के बाद नहीं हुआ है.
पाँचवे दिन का खेल भी उतार-चढ़ाव वाला रहा जिसमें दोनों टीमों को लगा होगा कि मैच उनके कंट्रोल में है.
सुबह न्यूज़ीलैंड की धीमी शुरुआत के बाद, भारतीय गेंदबाज़ों ने मैच में जान फूंकते हुए लंच से पहले तीन विकेट झटके.
पहली सेशन में 34 रन बनाते हुए न्यूज़ीलैंड ने तीन विकेट गंवाए और टीम का स्टोर था - पाँच विकेट के नुकसान पर 135 रन. न्यूज़ीलैंड अब भारत से 82 रन से पीछे था.
भारतीय कप्तान को लगा होगा कि वो इस पारी को जल्द ही समेट लेंगे लेकिन उनकी कोशिशों को नाकाम बनाया केन विलियमसन के दृढ़निश्चय ने.
विलियमसन ने अपनी पहली 100 गेंदों पर सिर्फ़ 15 रन बनाए. ये उनके करियर में 100 गेंदों पर बनने वाले सबसे कम रन थे.
लेकिन बाद में टिम साउदी और काइल जेमीसन ने तेज़ी से रन बनाए.
इसके बाद मैच पर न्यूज़ीलैंड की पकड़ मज़बूत होती दिखी. दूसरी पारी मैं बैटिंग पर उतरी भारतीय टीम के ओपनर शुभमन गिल के साउदी की इलस्विंगर से चित होने बाद मैच और दिलचस्प हो गया.
लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा ने ध्यान से खेलते हुए भारतीय पारी को एक दिशा दी. पर रोहित शर्मा के एलबीडब्ल्यू होने के बाद, फिर से भारत के लिए मैच मुश्किलों में फंसता दिखा.
शमी और साउदी की दिलकश गेंदबाज़ी
इस मैच में न्यूज़ीलैंड के जुझारुपन के कई नमूने देखने को मिले हैं. भारत जैसी क्रिकेटिंग सुपरपॉवर के सामने कोई भी दूसरी टीम सुबह की सेशन के बाद शायद ही टिक पाती.
लेकिन न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों ने ख़राब सेशन के बाद भी हार नहीं मानी.
इस सारे मैच के दौरान दोनों टीमों की तरफ़ बहुत ही सधी हुई गेंदबाज़ी का प्रदर्शन देखने को मिला है.
बीते साल दिसंबर के बाद अपना पहले टेस्ट खेलकर मोहम्मद शमी की लाइन और लैंथ ने न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को काफ़ी परेशान किया.
उन्होंने काइली जेमीसन को आउट करके न्यूज़ीलैंड के तेज़ी से बन रहे रनों पर भी रोक लगाई.
उधर न्यूज़ीलैंड के टिम साउदी ने भी अपनी गेंदबाज़ी से ख़ासा प्रभावित किया. उन्होंने पहले तो इशांत शर्मा और रविंद्र जाडेजा की गेंदों पर छक्के जड़े और फिर भारत की सलामी जोड़ी को चलता किया.
हार, जीत या ड्रॉ?
दिन का खेल ख़त्म होने के बाद टिम साउदी ने कहा, "आज सुबह काफ़ी मुश्किल सेशन था. लेकिन केन उन मुश्किल हालात में भी डटकर खेले. वे एक उच्च कोटि के खिलाड़ी हैं. पुरानी गेंद से भारतीय बॉलर बेहतर स्विंग कर पा रहे थे. उम्मीद है कि कल सुबह हम भी ये कर पाएंगे. दिलचस्प तो ये है कि कल इस टेस्ट हर मुमकिन नतीजा आ सकता है."
लेकिन रविचंद्रन अश्विन को लगता है कि अगर भारत तेज़ी से रन बना पाया तो उसके पास भी जीत का अवसर है.
अश्विन ने कहा, "आज का खेल बहुत ही बढ़िया रहा. हमारे गेंदबाज़ों ने कमाल की गेंदबाज़ी की लेकिन मेरे ख्याल से केन विलियमसन ने बढ़िया बैटिंग का मुज़ाहिरा किया. पर कल अगर हम तेज़ी से रन बना पाए, तो जीत सकते हैं. मेरे ख्याल से कल कुछ भी हो सकता है और खेल का पहला घंटा काफ़ी निर्णायक साबित हो सकता है. उम्मीद है कि हम बाद के सेशंस में कुछ कमाल कर पाएं."
न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान जेरेमी कोनी ने बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल को बताया, "न्यूज़ीलैंड ने भारत को मैच अपने नियंत्रण में नहीं लेने दिया है. भारत की दूसरी पारी में दो विकेट झटकना भी अच्छा रहा लेकिन तीन विकेट ली होती तो और अच्छा होता. कल का पहला सेशन मैच के नतीजे के लिहाज़ से एक बड़ा अहम सेशन होने वाला है."
उनका कहना है कि अब सवाल सिर्फ़ ये है कि क्या भारत इतनी तेज़ी से रन बना सकता है कि जीत पाए. क्या भारत न्यूज़ीलैंड को एक सेशन के खेल में ऑल आउट कर सकता है? ये आसान नहीं.
लेकिन कोनी ने भी कहा कि दोनों में भारत ही एक ऐसी टीम है जो इस मैच को किसी निर्णायक मोड़ तक ले जा सकती है.
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