आखिर क्यों ईरानी डायरेक्टर महनाज ने केरल फिल्म फेस्टिवल में भेजे अपने कटे हुए बाल?
आखिर क्यों ईरानी डायरेक्टर महनाज ने केरल फिल्म फेस्टिवल में भेजे अपने कटे हुए बाल?
Iranian filmmaker Mahnaz Mohammadi: केरल के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के 27वें संस्करण में 'स्पिरिट ऑफ सिनेमा अवार्ड' जीतने वाली ईरानी फिल्ममेकर-डायरेक्टर महनाज मोहम्मदी चर्चाओं में आ गई हैं। असल में केरल फिल्म फेस्टिवल में ईरानी डायरेक्टर महनाज खुद नहीं आईं बल्कि अपनी जगह अपने कटे हुए बाल भेजे हैं। इसी वजह से ईरानी डायरेक्टर महनाज मोहम्मदी चर्चा में आ गई हैं। असल में केरल फिल्म फेस्टिवल में महनाज मोहम्मदी शामिल नहीं हो पाई क्योंकि ईरानी सरकार द्वारा उनकी यात्रा पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
ईरान से बाहर जाने की महनाज को नहीं है अनुमति
27वें केरल फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 09 दिसंबर को हुई। केरल फिल्म फेस्टिवल में महनाज मोहम्मदी को 'स्पिरिट ऑफ सिनेमा' के अवार्ड से सम्मानित किया गया है। लेकिन ईरान में चल रहे महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई की वजह से महनाज मोहम्मदी को देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं है। इसलिए उन्होंने अपने प्रतिनिधित्व तौर पर अपने बाल भेजे हैं।
महनाज के बाल भेजने के पीछे बड़ी वजह
खुद ना आ पाने की वजह से महनाज मोहम्मदी ने अपनी दोस्त और ग्रीक फिल्ममेकर-डायरेक्टर और ज्यूरी मेंबर अथिना राचेल त्संगारी (Athena Rachel Tsangari) से अपने कटे हुए बाल फिल्म फेस्टिवल में भिजवाए हैं। शुक्रवार दोपहर निशागंधी ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में महनाज की ओर से उनकी दोस्त ने अवॉर्ड लिया। अवॉर्ड लेते हुए अथिना राचेल त्संगारी ने महनाज के बाल भीड़ को दिखाए।
कटे हुए बाल भेजकर क्या दिया संदेश
इंटरनेशनल केरल फिल्म फेस्टिवल ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ज्यूरी मेंबर अथिना राचेल त्संगा की महनाज की कटी हुई बाल दिखाते हुए तस्वीर शेयर की। तस्वीर को शेयर करते हुए IFFK ने लिखा, 'केरल के 27वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में स्पिरिट ऑफ सिनेमा अवार्ड से ईरानी फिल्म निर्माता और महिला अधिकार कार्यकर्ता महनाज मोहम्मदी नवाजा गया है। उनके इस अवॉर्ड को ज्यूरी मेंबर अथिना राचेल त्संगा ने सीएम पिनाराई विजयन से पुरस्कार लिया है। महनाज मोहम्मदी यात्रा प्रतिबंधों के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाई हैं। उसने अपने कटे हुए बाल दुनियाभर की महिलाओं को ''जिंदगी और आजादी'' का संदेश भेजने के लिए दिया है।
सोशल एक्टिविस्ट भी हैं महनाज
महनाज मोहम्मदी फिल्म मेकर के साथ-साथ सोशल एक्टिविस्ट भी हैं। ईरान में महिलाओं के लिए इस वक्त महनाज मोहम्मदी आवाज उठा रही हैं। ईरान में इन दिनों महिलाओं को काफी समय से संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। महिलाएं आजादी से जीने के अधिकार की मांग करते हुए हिजाब जला रही हैं और आपनी बाल काट रही हैं। ईरान में इस आंदोलन की शुरुआत 22 साल की महसा अमिनी पुलिस हिरासत में मौत के बाद हुई है। महसा पर आरोप था कि उसने ईरान के ड्रेस रूल्स का उल्लंघन किया था।