कौन हैं वारिस पठान, जिन्होंने कहा- हम 15 करोड़ मुसलमान 100 करोड़ पर भारी हैं
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान अपने एक विवादित बयान को लेकर इन दिनों सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें उन्हें भड़काऊ बयान देते हुए सुना जा सकता है। इस सिलसिले में उनपर पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। वारिस पठान के सुर्खियों में आते ही लोग उनके बारे में और जानने की कोशिश कर रहे हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौन हैं वारिस पठान जिनके बयान ने राजनीतिक गलियारों में नया विवाद खड़ा कर दिया है।
सलमान खान का लड़ चुके हैं केस
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और उनके नेताओं का विवादों से पूराना नाता है। वारिस पठान अक्सर अपने विवादित बयानों को लोकर चर्चा में रहते हैं। वारिस पठान का जन्म 29 नवंबर 1968 में मुंबई में हुआ था, उनके पिता का नाम युसूफ पठान है। अगस्त 1991 में वकील के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले वारिस पठान मुंबई के भायखला विधानसभा क्षेत्र से एआईएमआईएम के विधायक भी रह चुके हैं। वारिस पठान उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने पैटन प्लांट में 1993 के बॉम्बे बम विस्फोट में एक आरोपी और हिट-एंड-रन मामले में अभिनेता सलमान खान के केस की वकालत की।
'भारत माता की जय' न बोलने पर हो चुके हैं निलंबित
वारिस पठान को अपने विवादित बयानों के चलते कई बार मुश्किलों का सामना करने पड़ चुका है। साल 2016 में वह तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में 'भारत माता की जय' बोलने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मैं अपने देश से प्यार करता हूं। मैं यहां पैदा हुआ और यही मरूंगा। मैं जय हिंद, जय भारत, हिंदुस्तान जिंदाबाद कहुंगा लेकिन भारत माता की जय नहीं कहूंगा। इस मामले पर कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी जिसके बाद उन्हें बजट सत्र की शेष अवधि के लिए महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था।
2019 के विधानसभा चुनाव में मिली हार
महाराष्ट्र में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में वारिस खान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। महाराष्ट्र की भायखला विधानसभा सीट पर शिवसेना की उम्मीदवार यामिनी यशवंत जाधव ने एआईएमआईएम के प्रत्याशी वारिस यूसुफ पठान को 19965 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया था। यामिनी यशवंत जाधव को 51114 और वारिस यूसुफ पठान को 31149 वोट मिले थे। बता दें कि निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर इस सीट से चुनाव मैदान में अभिनेता एजाज खान भी अपनी किस्मत आजमा रहे थे उन्हें सिर्फ 2173 वोट ही मिले।
अब इस बयान ने बढ़ाई मुश्किलें
वारिस पठान अपने एक विवादित बयान को लेकर एक बार फिर मुश्किल में पड़ गए हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें उन्हें भड़काऊ बयान देते हुए सुना जा सकता है। वारिस पठान ने अपने भाषण में कहा, 'देश में हम मुसलमान केवल 15 करोड़ हैं, लेकिन अगर हम सड़क पर उतर आएं तो 100 करोड़ की आबादी पर भारी पड़ेंगे।' इस बयान के चलते उनपर पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।
#WATCH AIMIM leader Waris Pathan: ...They tell us that we've kept our women in the front - only the lionesses have come out&you're already sweating. You can understand what would happen if all of us come together. 15 cr hain magar 100 ke upar bhaari hain, ye yaad rakh lena.(15.2) pic.twitter.com/KO8kqHm6Kg
— ANI (@ANI) February 20, 2020
पार्टी प्रमुख ओवैसी ने की कार्रवाई
विवादित बयान के बाद आईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान के मीडिया से बात करने पर पाबंदी लगा दी है। पठान मीडिया से कोई बात नहीं करेंगे ना बयान देंगे। पार्टी की ओर से कहा गया है कि जब तक अगला आदेश पार्टी प्रमुख का नहीं आता वो मीडिया से दूर रहें। पठान के इस बयान पर काफी विवाद हो रहा है। बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, मेरे बयान को तोड़ा मरोड़ा गया है। मैं माफी नहीं मांगूंगा। भाजपा लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। ये देश जितना नरेंद्र मोदी का है, उतना ही मेरा भी है।
यह भी पढ़ें: वारिस पठान के विवादित बयान का मुनव्वर राना की बेटी ने किया समर्थन, कहा- वह इससे बिल्कुल सहमत हैं