पीएम मोदी को दंडवत प्रणाम करने वाले स्वामी शिवानंद कौन हैं? 125 साल की उम्र में पद्म श्री लेने पहुंच गए दिल्ली
नई दिल्ली, मार्च 22। राष्ट्रपति भवन में सोमवार को एक बहुत ही अद्भुत नजारा देखने को मिला। दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में पद्म सम्मान वितरण समारोह चल रहा था। इस सम्मान समारोह में अलग-अलग क्षेत्रों से आई विभिन्न हस्तियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म सम्मानों से नवाजा जा रहा था। इसी दौरान एक शख्सियत काफी चर्चाओं में रही और वो हैं काशी के योगगुरु स्वामी शिवानंद, जिन्होंने पद्म श्री सम्मान लेने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दंडवत झुककर प्रणाम किया।
पीएम मोदी भी स्वामी जी के आगे हुए नतमस्तक
125 साल के स्वामी शिवानंद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने झुके तो जवाब में पीएम मोदी भी उनके सामने नतमस्तक हो गए और इतना ही नहीं हॉल में मौजूद सभी गणमान्य अतिथि इस नजारे को देखने के लिए अपनी-अपनी सीट से खड़े हो गए। स्वामी शिवानंद ने पीएम मोदी के प्रणाम करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने भी आगे बढ़कर स्वामी जी को पकड़कर उठाया और बड़ी गर्मजोशी के साथ पद्म श्री से सम्मानित किया।
कौन हैं स्वामी शिवानंद?
आपको बता दें कि स्वामी शिवानंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के ही रहने वाले हैं। उन्हें योग के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। स्वामी जी का जन्म 8 अगस्त 1896 को सिलेट जिले के हरीपुर गांव में हुआ था, जो कि अब बांग्लादेश का हिस्सा है। स्वामी जी बाद में बंगाल से काशी आ गए थे। फिर उन्होंने गुरु ओंकारानंद से दीक्षा ली और 29 साल की उम्र में स्वामी शिवानंद लंदन चले गए थे।
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रोज सुबह 3 बजे उठते हैं स्वामी जी
स्वामी शिवानंद जी 34 साल तक अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया, रूस आदि देशों की यात्रा करते रहे। स्वामी जी का कहना है कि योग, प्राणायाम और घरेलू उपचार स्वस्थ रहने का मूलमंत्र हैं। स्वामी शिवानंद रोजाना सुबह 3 बजे जगते हैं और फिर योगासन व श्रीमद भगवद् गीता का पाठ करते हैं।
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