राजीव को लेकर इस बात पर छलका था ऋषि कपूर का दर्द, कहा- 'दुख होता है कि उसे कभी अपनी...'
जब राजीव कपूर को लेकर किया था ऋषि कपूर ने बड़ा खुलासा, कहा- 'दुख होता है कि उसे कभी अपनी...'
नई दिल्ली। फिल्म जगत और कपूर परिवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब राज कपूर के सबसे छोटे बेटे अभिनेता-निर्देशक राजीव कपूर का हार्ट अटैक से निधन हो गया। मंगलवार शाम को परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों के बीच राजीव कपूर का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, राजीव कपूर की भतीजी करीना कपूर ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस महामारी के चलते चौथे की रस्म नहीं की जाएगी। एक साल के अंदर पहले ऋषि कपूर और अब राजीव के जाने से कपूर परिवार सदमे में है। राजीव कपूर को लेकर ऋषि कपूर मानते थे कि कपूर परिवार के सभी सदस्यों में राजीव सबसे ज्यादा टेलेंटेड हैं, लेकिन उन्हें कभी अपनी वास्तविक योग्यता का अंदाजा नहीं हुआ।
आत्मकथा में किया था ऋषि कपूर ने खुलासा
2017 में आई अपनी आत्मकथा 'खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड' में राजीव कपूर को लेकर ऋषि कपूर का दर्द छलका था। इस किताब में ऋषि कपूर ने खुलासा किया, 'हम पांच भाई-बहनों में राजीव के मुकाबले मैं अपने बड़े भाई रणधीर कपूर के ज्यादा करीबी रहा। मुझे चिंपू (राजीव कपूर) की काफी चिंता है और इस बात का काफी दुख होता है कि उसे कभी अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास नहीं हो पाया। हम सभी भाई बहनों में वो सबसे ज्यादा टेलेंटेड है। अभिनेता के साथ-साथ राजीव एक प्रतिभाशाली पियानोवादक, संगीत के गहरे जानकार और शानदार फिल्म निर्देशक हैं।'
बहुत कम रहा राजीव का एक्टिंग करियर
आपको बता दें कि दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्माता राज कपूर के तीन बेटे- रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, राजीव कपूर और दो बेटियां- ऋतु नंदा, रीमा जैन थे। राजीव कपूर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1983 में आई फिल्म 'एक जान हैं हम' से की थी। हालांकि अपने एक दशक से भी कम समय के एक्टिंग करियर में राजीव कपूर को असली पहचान 1985 में आई फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' से मिली।
राजीव के प्रोडक्शन में बनी पहली फिल्म थी 'हिना'
'राम तेरी गंगा मैली' के अलावा राजीव कपूर ने फिल्म आसमान, लवर बॉय, जबरदस्त और हम तो चले परदेस में भी काम किया। लीडिंग रोल के तौर पर 1990 में रिलीज हुई 'जिम्मेदार' उनकी आखिरी फिल्म थी। इसके बाद राजीव कपूर ने फिल्म डायरेक्शन और प्रोडक्शन की तरफ अपने कदम बढ़ाए। उनके प्रोडक्शन में बनी पहली फिल्म 'हिना' थी, जिसका निर्देशन रणधीर कपूर ने किया।
फिल्म 'प्रेम ग्रंथ' के जरिए की निर्देशन की शुरुआत
राजीव कपूर ने 1996 में फिल्म 'प्रेम ग्रंथ' के जरिए निर्देशन की शुरुआत की, जिसमें उनके भाई ऋषि कपूर और माधुरी दीक्षित ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। 1999 में ऋषि कपूर के निर्देशन में फिल्म 'आ अब लौट चलें' आई, जिसका प्रोडक्शन राजीव कपूर ने किया था। अपनी आत्मकथा में ऋषि कपूर ने लिखा था कि उन्हें फिल्म 'आ अब लौट चलें' के दौरान राजीव कूपर के अंदर छिपी फिल्म एडिटिंग के हुनर का एहसास हुआ।
शादी के दो साल बाद ही हो गया तलाक
ऋषि कपूर ने अपनी किताब में लिखा, 'मेरी फिल्म 'आ अब लौट चले' के दौरान राजीव ने एडिटर के तौर पर शानदार काम किया। अगर राजीव को अपनी काबिलियत का अंदाजा होता, तो वो फील्ड में भी सबसे अच्छा होता।' आपको बता दें कि राजीव कपूर की शादी आर्किटेक्ट आरती सभरवाल से हुई थी, लेकिन शादी के दो साल बाद ही उनका तलाक हो गया और इसके बाद वो अकेले ही रहे।
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