NRC Assam: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में तैयार हुई है लिस्ट, सरकार का लेना-देना नहीं
राजनाथ सिंह ने इस फाइनल ड्राफ्ट पर कहा कि जिनका नाम इस ड्राफ्ट में नहीं है, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते समय राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि अगर किसी का नाम फाइनल ड्राफ्ट में नहीं है तो वह फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल में जा सकता है।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने असम में सोमवार को आए फाइनल ड्राफ्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोग जानबूझकर इस पर गलतफहमियां फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। राजनाथ सिंह का कहना है कि यह पूरी तरह से निष्पक्ष रिपोर्ट है और इस पर किसी भी तरह की कोई गलत जानकारी नहीं फैलानी चाहिए। एनआरसी के इस फाइनल ड्राफ्ट में करीब 40 लाख लोगों के नाम नहीं हैं लेकिन रजिस्ट्रार जनरल शैलेश का कहना है कि जिस किसी भी व्यक्ति का नाम फाइनल ड्राफ्ट में नहीं हैं उन्हें एक आखिरी मौका भी दिया जाएगा।
28 अगस्त से मिलेगा एक और मौका
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस फाइनल ड्राफ्ट पर कहा कि जिनका नाम इस ड्राफ्ट में नहीं है, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते समय राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि अगर किसी का नाम फाइनल ड्राफ्ट में नहीं है तो वह फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल में जा सकता है। किसी के भी कोई कार्रवाई नहीं ली जाएगी और ऐसे में किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। राजनाथ सिंह ने इस मसले पर संसद में भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि एनआरसी ड्राफ्ट के बाद किसी को घबराने की जरूरत नहीं, सबको न्याय मिलेगा और 28 अगस्त से लोग आपत्ति और दावे दर्ज करा सकते हैं। गृहमंत्री ने साफ कर दिया कि एनआरसी ड्राफ्ट को तैयार करने में सरकार की भूमिका नहीं, सबकुछ सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुआ है।
सीएम ने की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा है कि अभी फाइनल लिस्ट आनी बाकी है। रिजिजू ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में लिस्ट का काम हुआ है। राज्य सरकार और केंद्र की सरकार कानून व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए जरूरी सभी कदम उठा रही है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे फेक न्यूज या किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान देने से बचें। असम में एनआरसी ड्राफ्ट को लेकर राज्यसभा में टीएमसी सांसदों ने जमकर हंगामा किया जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ गया। ये भी पढ़ें-NRC Draft: क्यों असम में पड़ी इसकी जरूरत और कौन है ड्राफ्ट में शामिल होने के योग्य