पश्चिम बंगाल में रैली की इजाजत न मिलने पर नाराज ओवैसी बोले-ऐसे में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कैसे होगा
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बंगाल में सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस को टक्कर देने के लिए भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों ने जीत हासिल करने के लिए अभी से अपनी पूरी ताकत लगानी शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी प्रदेश में चुनावी सभाएं करते हुए केंद्र सरकार पर हमला कर रहीं वहीं भाजपा बंगाल में रैलियां और चुनावी सभाएं करके ममता सरकार की नाकामियां जनता को गिना रही है। इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को कोलकाता में गुरुवार को रैली को पुलिस की अनुमति नहीं दी गई जिस कारण इसे रद्द करना पड़ा। रैली को इजाजत न मिलने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर नाराजगी जताई है।
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ओवैसी
ने
सवाल
उठाया
ऐसे
में
चुनाव
स्वतंत्र
और
निष्पक्ष
कैसे
होगा
?
ओवैसी
ने
रैली
को
इजाजत
न
मिलने
पर
कहा
बंगाल
में
अभी
तक
आदर्श
आचार
संहिता
लागू
नहीं
हुई
है
यदि
वो
हमें
इससे
पहले
ही
रैली
करने
की
अनुमति
देने
से
इनकार
कर
रहे
हैं
तो
विधानसभा
चुनाव
स्वतंत्र
और
निष्पक्ष
कैसे
होगा?
उन्होंने
आगे
कहा
बंगाल
में
नरेंद्र
मोदी,
अमित
शाह
और
जेपी
नड्डा
रैली
कर
सकते
हैं।
कांगेस,
टीएमसी
पार्टी
रैली
कर
सकती
हैं
तो
हम
क्यों
रैली
नहीं
कर
सकते
हैं
?
ओवैसी ने टीएमसी को बताया दो चेहरे वाला
आवैसी ने एएनआई न्यूज एजेंसी को दिए बयान में ये भी कहा टीएमसी के एमपी अभिव्यक्त की स्वतंत्रता, संविधान, संसद में असंतोष के बारे में बात करते हैं लेकिन उनके दो चेहरे हैं।ओवैसी ने कहा दिल्ली में टीएमसी के नेता एक बात कहते है और पश्चित बंगाल में बिलकुल इसके अपोजिट करते हैं।उन्होंने कहा अगर मैं पश्चिम बंगाल में एक जनसभा आयोजित करना चाहता हूं तो मुझे इजाजत क्यों नहीं दी जा रही है?
टीएमसी
को
ओवैसी
की
पार्टी
ने
दी
ये
चुनौती
बता
दें
आवैसी
को
बंगाल
में
मेलियाब्रुज
क्षेत्र
जो
अल्पसंख्यक
बहुल्य
है
वहां
अपनी
पार्टी
के
चुनाव
प्रचार
के
लिए
ये
रैली
आयोजित
करनी
थी
लेकिन
ओवैसी
की
एआईएआईएम
को
परमीशन
नहीं
दी
गई।
पार्टी
सचजि
जमीर
उल
हसन
ने
बताया
कि
रैली
के
लिए
10
दिन
पहले
ही
हमारी
पार्टी
ने
अप्लीकेशन
दी
थी
लेकिन
बुधवार
को
रैली
के
ठीक
एक
दिन
पहले
पुलिस
ने
बताया
कि
पार्टी
को
रैली
करने
के
लिए
इजाजत
नहीं
दी
जाएगी।
उन्होंने
कहा
हम
टीएमसी
की
इन
चालों
के
आगे
झुकेंगे
नहीं
जल्द
ही
हम
इस
चुनावी
रैली
की
नई
तारीख
के
बारे
में
सूचित
करेंगे।
टीएमसी ने आखिर क्यों नहीं दी रैली की इजाजत
बता दें ओवैसी की पार्टी ने पहले बिहार विधानसभा चुनाव में और फिर हाल ही में गुजराज निकाय में जो जीत हासिल की उसे देखकर साफ लग रहा है कि बंगाल जहां अल्पसंख्यक वोटरों की बड़ी तादात हैं वहां फिर से इनकी पार्टी कुछ कमाल कर दिखाएगी। यहीं कारण है कि टीएमसी बंगाल में ओवैसी की पार्टी को लेकर कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती है।