West Bengal: भाजपा कार्यकर्ता की दिनदहाड़े हत्या, कैलाश विजयवर्गीय ने की राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग
कोलकाता। West Bengal Assembly Elections 2021: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता की मंगलवार को कोलकाता के पास दिन दहाड़े हत्या कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक ये घटना नॉर्थ 24 परगना जिले के मध्यमग्राम में सुबह के करीब 11 बजे हुई है। मृतक की पहचान अशोक सरदार के तौर पर हुई है, जो मूल रूप से नारायणपुर जिले के रहने वाले थे। सूत्रों के अनुसार, अशोक सरदार जब मध्यमग्राम के राजबरी इलाके में कुछ काम कर रहे थे, तभी उनके सीने और पैर पर कई बार गोलियां मारी गई। जिसके बाद उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वहीं उनके परिवार ने इस हत्या के लिए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को जिम्मेदार ठहराया है। सरदार के बेटे ललतू का है कि उनके पिता की हत्या इसलिए की गई है क्योंकि उनका परिवार भाजपा का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि उनके पिता की योजनाबद्ध तरीके से हत्या की गई है। उन्हें राजनीतिक द्वेष के चलते मारा गया है। इस हत्या के पीछे स्थानीय टीएमसी समर्थकों का हाथ है। हालांकि टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। मृतक का शव बाद में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था।
पश्चिम बंगाल भाजपा ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'भाजपा कार्यकर्ता अशोक सरकार की टीएमसी के गुंडों ने कोलकाता से 15 किमी दूर मध्यमग्राम में गोली मारकर हत्या कर दी है। राजनीतिक कार्यकर्ता की ये हत्या दिन दहाड़े की गई है, वो भी शहर के दिल कहे जाने वाले स्थान पर, इससे राइट-थिकिंग वाले बंगालियों को डरना चाहिए। क्या हम हिंसा की संस्कृति चाहते हैं? टीएमसी बंगाल के लिए शर्मनाक है।' इंडिया टुडे से बातचीत में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार दोनों को राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'पुलिस ने राजनीतिक हत्याओं को रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया है... यहां सत्ताधारी पार्टी भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाती है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं। मुझे लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। लेकिन ये केंद्र पर निर्भर करता है। राज्यपाल ने भी चिंता व्यक्त की है। यहां अनुच्छेद 356 को लागू करने के लिए स्थिति उपयुक्त है।' आपको बता दें पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल और मई महीने में चुनाव होने वाले हैं।
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