Weather Alert: वेस्ट यूपी और बिहार समेत इन 13 राज्यों में बारिश का अलर्ट, आंधी के भी आसार
मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में आंधी और बारिश की आशंका जाहिर की है...
नई दिल्ली। गर्मी से जूझ रहे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को उस वक्त थोड़ी राहत मिली, जब शुक्रवार देश शाम हुई हल्की बारिश और आंधी ने मौसम को सुहावना कर दिया। दिल्ली और इससे सटे आसपास के इलाकों में शुक्रवार सुबह से ही आसमाम में बादल छाए हुए थे। शाम होते-होते हवा में ठंडक आ गई और गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम और आसपास के कई इलाकों में बूंदाबांदी शुरू हो गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिन यानी शनिवार और रविवार को भी देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं। वहीं, पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है।
इन राज्यों में जारी हुआ बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर बारिश और आंधी के आसार हैं। मौसम का यह बदलाव किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है, क्योंकि इन दिनों गेहूं की कटाई चल रही है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी के साथ ही कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश और आंधी की भविष्यवाणी की गई है। ठीक ऐसी ही स्थिति रविवार को भी बनी रहेगी।
ओले गिरने की भी आशंका जाहिर की गई
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से उठने वाली तेज नम हवाओं की गतिविधियों के चलते उत्तर-पूर्वी भारत के साथ-साथ पूर्वी राज्यों पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वी बिहार में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। इन इलाकों में बारिश की गतिविधि शनिवार और रविवार को सक्रिय रहेगी। बारिश के साथ-साथ इन क्षेत्रों में गरज के साथ बौछार और ओले गिरने की भी आशंका जाहिर की गई है। प्रशासन ने लोगों को खराब मौसम के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी है। बारिश की स्थिति को देखते मौसम विभाग ने 18 अप्रैल को सिक्किम, बंगाल और बिहार को ऑरेंज अलर्ट पर रखा हुआ है।
देश में इस साल सामान्य बारिश
आपको बता दें कि भारतीय मौसम विभाग ने देश में मानसून की स्थिति को लेकर भविष्यवाणी की है कि देश में इस साल सामान्य बारिश होगी। इसके अलावा मौसम विभाग ने बारिश के पैटर्न और उसमें बदलाव की प्रक्रिया के कारण मानसून के आने और जाने में होती रही देरी को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग क्षेत्रों में 'मानसून की शुरुआत और वापसी' की तारीखों को संशोधित किया है। हालांकि मौसम विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि भारत में मानसून के पहुंचने के मुख्य समय यानी केरल में इसके दस्तक देने के समय में कोई बदलाव नहीं होगा।
मानसून की शुरुआत और वापसी की तारीखों में बदलाव
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान के नेटवर्क में 3,500 रेन गेज स्टेशन हैं, जिनके जरिए 1961 से 2019 के बीच के बारिश के आंकड़ों का अध्ययन करते हुए मानसून की शुरुआत और वापसी की तारीखों को संशोधित किया गया है। उदाहरण के तौर पर, जालंधर जैसे शहरों में मानसून की शुरुआत की तारीख 13 जुलाई थी, लेकिन आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर अब यहां मानसून पहुंचने की तारीख बदलकर 28 जून की गई है। इससे इस बात के भी संकेत मिलते हैं कि इस साल देश के एक बड़े हिस्से में मानसून समय से पहले पहुंच जाएगा।
एक हफ्ते पहले पूरे देश को कवर करेगा मानसून
मौसम विभाग ने बताया, 'हमारे विश्लेषण के मुताबिक, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ इलाकों में, मानसून के पहुंचने में 3 से 7 दिन की देरी होगी, लेकिन ठीक उसी समय मानसून राजस्थान के क्षेत्रों में पहले की अपेक्षा जल्दी सक्रिय हो जाएगा। इससे भी जरूरी बात यह है कि इस साल मानसून पूरे देश में एक हफ्ते पहले सक्रिय हो रहा है। मानसूनी बारिश सामान्य रूप से 14 जुलाई तक देश के पूरे हिस्से को कवर कर लेती है। लेकिन, इस बार यह सात दिन पहले ही पूरे देश को कवर कर रही है।