किसी भी सूरत में रामसेतु को नहीं तोड़ा जाएगा: नितिन गडकरी
नई दिल्ल। बीजेपी पर हिंदुत्व पक्षीय आरोप लगाने वाले विपक्षी दलों को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन सेतु समुद्रम के मुद्दे पर गुरुवार को पुरजोर शब्दों में ऐलान किया कि किसी भी सूरत में राम सेतु (सेतुसमुद्रम) को तोड़ा नहीं जाएगा।
नितिन गडकरी ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि हम किसी भी हालत में राम सेतु को तोड़ेंगे नहीं। सड़क एवं परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि राम सेतु को बचाकर देशहित में प्रोजेक्ट हो सकता है तो हम करेंगे।
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वे बोले कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उच्चतम न्यायालय में इस मुद्दे पर हम ऐसा सुझाव देंगे जो सभी संबंधित पक्षों को मान्य हो।
गडकरी का कहना है कि वह इसी महीने इस मामले को देखने के लिए तमिलनाडु का दौरा करेंगे व मामले में प्रगति की समीक्षा करेंगे। प्रस्तावित सेतुसमुद्रम शिपिंग कैनाल प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की योजना है जिसमें इस क्षेत्र को बड़े पोतों के परिवहन योग्य बनाना और साथ ही तटवर्ती इलाकों में उच्च सुविधायुक्त बंदरगाह स्थापित करना है। इसी के साथ उन्होंने विपक्षियों को जुबानी हमला करने का मौका दे दिया।