समलैंगिक राजकुमार ने बयां की पुलिस की हैवानियत, जेल में करते हैं शारीरिक शोषण
उनकी संस्था लक्ष्य फाउंडेशन समलैंगिक पुरुषों तथा ट्रांसजेंडरों के साथ काम करती है, और सुरक्षित सेक्स का प्रचार करती है, हालांकि उन्हें पुलिस की ओर से लगातार बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
नई दिल्ली। देश के पहले राजवाड़े खानदान के प्रिंस और 10 साल पहले 'गे' होने की बात कबूल कर ख्याति पा चुके मानवेंद्र सिंह गोहिल ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। समाचार एजेंसी एएफपी को दिए इंटरव्यू में गोहिल ने बताया कि समलैंगिकों और ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी को सेफ सेक्स के बारे में जागरुक करने वाले वालंटियर्स का पुलिसवाले गंदी तरह शोषण करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस गिरफ्तार कर ले जाती थी और थाने में उनके साथ बिना कंडोम जबरन सेक्स करती थी।
आपको बता दें कि समलैंगिकों और ट्रांसजेंडर्स को सुरक्षित सेक्स के बारे में समझाने के लिए मानवेंद्र सिंह गोहिल ने एक चैरिटी शुरु की थी। इस चैरिटी के तरह वो पेड़ों पर कॉन्डोम लटकाया करते थे। उनके चैरिटी का नाम लक्ष्य है। गुजरात के राजपीपला के सिंहासन के उत्तराधिकारी तथा शाही योद्धा वंश के सदस्य मानवेंद्र सिंह गोहिल ने अपनी शोहरत और रुतबे का इस्तेमाल ऐसे देश में गे समुदाय को सुरक्षित सेक्स तथा उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है, जहां समलैंगिकता कानूनन अपराध है। पढ़ें: विरोध के लिए गे-लेस्बियन कपल ने अपनाया अनोखा तरीका, सामने आई तस्वीरें
उनकी संस्था लक्ष्य फाउंडेशन समलैंगिक पुरुषों तथा ट्रांसजेंडरों के साथ काम करती है, और सुरक्षित सेक्स का प्रचार करती है, हालांकि उन्हें पुलिस की ओर से लगातार बाधाओं का सामना करना पड़ता है। उनका कहना है, "बस, इसीलिए लोग डरते-डरते सेक्स संबंध बना रहे हैं, और असुरक्षित सेक्स जारी है... जब हमने पुरुषों से सेक्स संबंध बनाने वाले पुरुषों के साथ काम करना शुरू किया, हमें पुलिस ने परेशान किया, और धमकाया..."। मानवेंद्र सिंह गोहिल ने बताया, "हम सार्वजनिक शौचालयों में तथा सार्वजनिक पार्कों में पेड़ों पर कन्डोम रख दिया करते थे, क्योंकि हम उन्हें सेक्स संबंध स्थापित करने से रोकना नहीं चाहते, बल्कि चाहते हैं कि वे सुरक्षित सेक्स करें"।