टोंक सीट से यूनुस खान के लिए वसुंधरा राजे ने मांगा था टिकट, शाह-आरएसएस की नहीं थी राय
नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने आज उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी कर दी है। राजस्थान में बीजेपी ने एक मुस्लिम चेहरे को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के खिलाफ मैदान में उतारा है। हालांकि वसुंधरा राजे और पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच काफी मंथन के बाद इस नाम पर मुहर लगी है। बीजेपी और आरएसएस गुजरात-उत्तर प्रदेश की तर्ज पर हिंदुत्व कार्ड खेलने को लेकर वसुंधरा राजे पर दबाव बनाना चाहती थी लेकिन बावजूद इसके वसुंधरा राजे ने टोंक से अपने मंत्री यूनुस खान को टिकट दिला दिया।
पायलट के खिलाफ टोंक सीट से यूनुस खान मैदान में
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री यूनुस खान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के खिलाफ बहुसंख्य मुस्लिम आबादी वाले टोंक निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतर रहे हैं। आखिरी समय में किया गया बदलाव पायलट की राह टोंक में मुश्किल बनाने की एक कोशिश है क्योंकि कांग्रेस ने मानवेंद्र सिंह को झालरापाटन से वसुंधरा राजे के खिलाफ मैदान में उतारा है। मानवेंद्र सिंह ने राजे को बाहरी बताते हुए हमला भी किया और कहा कि उनका जन्म मध्य प्रदेश में हुआ और शादी राजस्थान में हुई थी।
बीजेपी-आरएसएस नहीं थे मुस्लिम उम्मीदवार उतारने के पक्ष में
वहीं, टिकट बंटवारे की बात करें तो काफी मंथन के बाद टोंक से यूनुस खान का टिकट कंफर्म हो पाया। बीजेपी प्रत्याशी के रूप में अजित मेहता ने पहले ही नामांकन दाखिल कर दिया था लेकिन अब टोंक सीट पर प्रत्याशी बदल दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस मुस्लिम उम्मीदवार उतारने के पक्ष में नहीं थे और इसी कारण वर्तमान विधायक हबीबुर्रहमान को टिकट नहीं दिया गया। लेकिन वसुंधरा राजे के सीधे दखल और उनकी मांग के कारण यूनुस खान को टोंक से टिकट दिया गया।
वसुंधरा के दखल के बाद यूनुस को मिला टिकट
दरअसल, बीजेपी मंत्री दिदवाना से टिकट चाहते थे लेकिन पार्टी इसपर सहमत नहीं थी। देर रात दिदवाना सीट को लेकर पार्टी की बैठक हुई। सूत्रों का कहना है कि यूनुस खान को रात करीब एक बजे टोंक से नामांकन दाखिल करने की खबर दी गई। टोंक के बीजेपी अध्यक्ष गनेश गौर को भी इसकी सूचना दे दी गई।