इंदिरा सरकार को वाजपेयी की चेतावनी, 1980 का Video शेयर कर वरुण गांधी ने भाजपा को दी बड़ी चुनौती
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर: किसानों के मसले पर वरुण गांधी भाजपा से आरपार के मूड में लग रहे हैं। अब उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के संस्थापक नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी का चार दशक पुराना एक वीडियो शेयर कर अपनी ही सरकार को चेतावनी दे डाली है। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर लगातार ट्विटर पर अपनी ही पार्टी और सरकार को घेरने की कोशिशों में जुटे रहे वरुण को बाद में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भी अलग कर दिया गया था। लेकिन, वरुण पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे हैं और तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ खड़े दिखना चाहते हैं।
वाजपेयी का वीडियो, निशाने पर भाजपा नेतृत्व
उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का 1980 का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें अटल जी तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार को किसानों के दमन के खिलाफ सख्त चेतावनी देते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भी यह वीडियो 1980 का ही है और इसमें वाजपेयी उस समय की सरकार को किसानों के दमन के खिलाफ आगाह कर रहे थे। उस वीडियो में वाजपेयी जी का जो टोन है, उससे लगता है कि वरुण उनके जरिए अपनी ही पार्टी के नेतृत्व को सीधी चुनौती देने की ठान चुके हैं।
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'दमन के तरीके छोड़ दीजिए...'
इस वीडियो में अटल जी को कहते हुए सुना जा सकता है कि "मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं...दमन के तरीके छोड़ दीजिए...डराने की कोशिश मत करिए...किसान डरने वाला नहीं है। हम किसानों के आंदोलन का दलीय राजनीति के लिए उपयोग करना नहीं चाहते। लेकिन, हम किसानों की उचित मांग का समर्थन करते हैं और अगर सरकार दमन करेगी.......कानून का दुरुपयोग करेगी.....शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की कोशिश करेगी तो किसानों के संघर्ष में कूदने में हम संकोच नहीं करेंगे। हम उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े रहेंगे।"
बड़े दिलवाले नेता के समझदार शब्द- वरुण गांधी
इस वीडियो को शेयर करते हुए वरुण गांधी ने कैप्शन में लिखा है, 'बड़े दिलवाले नेता के समझदार शब्द।' ये बात अलग है कि अटल जी जिस सरकार की नीतियों पर हमला कर रहे थे, उसकी अगुवा वरुण की दादी इंदिरा गांधी ही थीं । वरुण गांधी भाजपा के एकमात्र नेता हैं, जो लखीमपुर खीरी की घटना पर जोरदार तरीके से अपनी बातें रख रहे हैं, जिसमें केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा किसानों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वरुण ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की थी और मृत किसानों के परिवार वालों को 1 करोड़ रुपये मुआवजा देने को भी कहा था।
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'मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं...'
यही नहीं वरुण लखीमपुर खीरी हिंसा को किसी तरह से सांप्रदायिक रंग देने के खिलाफ भी आगाह कर चुके हैं। बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश के कुछ हिस्सों में कुछ किसान संगठन पिछले साल से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान कई बार हिंसा की स्थिति पैदा हुई है और ऐसी भयावह स्थिति इस साल 26 जनवरी को भी पैदा हुई थी, जब दिल्ली में किसानों ने ट्रैक्टर प्रदर्शन के दौरान राजधानी में कोहराम मचा दिया था और लालकिले पर कुछ लोगों ने तिरंगे को भी अपमानित किया था। लेकिन, आमतौर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण ही रहा है और वरुण उन्हीं के लिए अपनी सरकार को अटल बिहारी वाजपेयी की बातें याद दिला रहे हैं।
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'प्रदर्शनकारियों को हत्या करके शांत नहीं कराया जा सकता'
इससे पहले वरुण लखीमपुर खीरी का वह वीडियो भी शेयर कर चुके हैं, जिसमें एक एसयूवी किसानों को पीछे से आकर टक्कर मारती दिख रही है। वरुण ने उसपर लिखा था कि 'यह वीडियो पूरी तरह से स्पष्ट है। प्रदर्शनकारियों को हत्या करके शांत नहीं कराया जा सकता। निर्दोष किसानों के खून के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए और अहंकार और क्रूरता का संदेश हर किसान के दिमाग में आने से पहले न्याय दिया जाना चाहिए।'