Coronavirus Vaccine: टीकाकरण सुरक्षा की 100% गारंटी नहीं देता, मास्क पहनना बेहद जरूरी
नई दिल्ली। भारत सरकार ने कोरोना के लिए दो वैक्सीन भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन और सीरम इंस्टिट्यूट का बनाया गया कोविशील्ड को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है। कई राज्यों में टीकाकरण का ड्राय रन भी शुरू हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो जाएंगे। शुक्रवार को पूरे देश में कोरोना वैक्सीन का दूसरा ड्राई रन शुरू किया जाएगा।

इस बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए भले ही टीका लगाया जा रहा हो लेकिन यह इस बात की गारंटी नहीं है कि टीका के बाद वायरस 100 प्रतिशत तक खत्म ही हो जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को बीमारी से निपटने के लिए फिलहाल मास्क ही सहारा है और ये पहनना बहुत जरूरी है। मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में क्रिटिकल केयर के हेड डॉ भरेश देधिया ने कहा कि इससे पहले कि हम अपने शरीर के गार्ड्स को पूरी तरह से कम कर सकें हमें 6-12 महीने पहले एक और डोज की आवश्यकता होगी।
हालांकि भारत जल्द ही टीकाकरण अभियान शुरू करने की योजना बना रहा है, लेकिन यह केवल 2022 की शुरुआत तक ही संभव हो सकेगा कि बहुसंख्यक आबादी टीकाकरण करा चुकी हो। उन्होंने कहा कि हमे खुद सुरक्षा बरतनी होगा। मास्का पहनना होगा, सोशल डिस्टेंसिंग रखना होगा और बाहरी गतिविधियों से किनारा करना होगा।
जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सलाहकार डॉ माला वी कनेरिया को मास्क पहनने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यहां तक कि एक टीकाकरण वाले व्यक्ति को भी मास्क पहनना होगा क्योंकि टीके 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं खासकर अगर वायरस नए स्ट्रेन का है तो।
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