भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को रिहा करेगी योगी सरकार
नई दिल्ली। सहारनपुर जातीय हिंसा मामले में मुख्य आरोपी भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को योगी सरकार ने रिहा करने का फैसला किया है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को रासुका के तहत जेल में बंद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को समय से पहले से छोड़ने का फैसला किया है। रिहाई के पीछे मुख्य कारण अनुसूचित जाति के मतदाताओं को आगामी लोकसभा चुनावों में साधने का प्रयास माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि चंद्रशेखर उर्फ रावण को सरकार ने रिहा करने का फैसला किया है। जारी किए पत्र में लिखा गया है कि, चंद्रशेखर उर्फ रावण पुत्र गोवर्धन की रिहाई के संबंध में इनकी माता का प्रत्यावेदन और वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के बाद चंद्रशेखर को उनकी मां के प्रत्यावेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उनके समयपूर्व रिहाई का फैसला किया है। रावण को पहले एक नवंबर तक जेल में रहना था लेकिन अब उसे जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मामले में सोनू, सुधीर, विलास को पहले ही रिहा किया जा चुका है। रावण के अलावा दो अन्य आरोपियों सोनू पुत्र नाथीराम और शिवकुमार पुत्र रामदास को भी सरकार ने रिहा करने का फैसला किया है। तीनों ही लोगों की रिहाई के लिए सहारनपुर के जिलाधिकारी को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं।
बता दें कि, पिछले साल सहारनपुर में जातीय हिंसा हो गई थी जिसमें एक महीने तक जिले में तनाव रहा था। भीम आर्मी संगठन के संस्थापक चंद्रशेखर को प्रशासन ने हिंसा का मुख्य आरोपी मानकर उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे। तब से वह सहारनपुर की जेल में बंद है।
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