BJP सांसद निशिकांत दुबे ने की शशि थरूर को IT स्टैंडिग कमेटी के चेयरमैन पद से हटाने की मांग
नई दिल्ली, 28 जुलाई। संसद के मानसून सत्र में पेगासस स्पाईवेयर को लेकर बवाल बढ़ गया है, विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रही है। इस बीच बुधवार को भाजपा लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को आईटी कमेटी के चेयरमैन पद से हटाने की मांग करते हुए विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे दिया है। निशिकांत दुबे ने कहा कि जब तक शशि थरूर के अध्यक्ष पद से नहीं हटाया जाता तब तक वह संसदीय स्थायी समिति की बैठक में शामिल नहीं होंगे। बता दें कि बीजेपी के अन्य सांसदों ने भी मंगलवार को ही बैठक का बहिष्कार कर दिया था।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, 'आईटी पर संसदीय स्थायी समिति के 30 में से 17 सदस्यों ने स्पीकर को लिखा है कि हमें अब उन पर (शशि थरूर) भरोसा नहीं है। स्थायी समिति के अध्यक्ष को हटाने का कोई प्रावधान नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, स्थायी समिति के अध्यक्ष, लोकसभा स्पीकर की शक्तियों के तहत काम करते हैं। अनुच्छेद 94 और अनुच्छेद 96 में कहा गया है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इसलिए हमने लिखा है कि हम इन नियमों के तहत चेयरमैन को हटाना चाहते हैं।'
17 out of 30 members of the parliamentary standing committee on IT have written (to the Speaker) stating that we no longer trust him (Shashi Tharoor). There is no provision for the removal of the standing committee chairman: BJP Lok Sabha MP Nishikant Dubey (1/2) pic.twitter.com/JxXqw9EDeG
— ANI (@ANI) July 28, 2021
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निशिकांत दुबे आरोप लगाया है कि कांग्रेस संसद को चलने नहीं दे रही है। उन्होंने थरूर पर आरोप लगाते हुए स्पीकर को खत में लिखा, इस सज्जन (शशि थरूर) ने ना प्रतिष्ठित समिति के लोकतांत्रिक कामकाज का चीरहरण किया है, बल्कि अपने राजनीतिक स्वामी के प्रति एक उच्च स्तर की चाटुकारिता का भी प्रदर्शन किया है। बता दें कि बीते दिनों बीजेपी ने यह दावा करते हुए आईटी पर संसदीय समिति की बैठक का बहिष्कार कर दिया था कि जिस मुद्दे पर चर्चा की जानी है उसे पहले ही सार्वजनिक किया जा गया था, यह बैठकों के लिए निर्धारित-निर्देशों का उल्लंघन है।