अटकलों पर उपेंद्र कुशवाहा ने लगाया विराम, एनडीए की बैठक में नहीं होंगे शामिल
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले जिस तरह से एनडीए के तमाम दलों की बैठक होने वाली थी उसमे कयास लगाए जा रहे थे कि उपेंद्र सिंह कुशवाहा शिरकत कर सकते हैं। लेकिन इन तमाम अटकलों पर खुद कुशवाहा ने विराम लगा दिया है। कुशवाहा ने कहा कि वह आज होने वाले एनडीए के सहयोगी दलों की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। गौरतलब है कि कुशवाहा को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एनडीए की बैठक में हिस्सा लेने के लिए न्योता दिया था। लेकिन कुशवाहा ने इस बैठक में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है।
आपको बता दें कि कुशवाहा ने भाजपा पर राम मंदिर को लेकर तीखा हमला बोला था, उन्होंने कहा था कि जब चुनाव करीब आए हैं तो राम मंदिर का मुद्दा उठाना सही नहीं है, ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। चुनाव से पहले इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि हमने कितने लोगों को रोजगार दिया, बेरोजगारी को खत्म करने के लिए क्या किया, गरीबी को दूर करने के लिए क्या किया, लेकिन इन सब से इतर राम मंदिर निर्माण की बात की जा रही है।
गौर करने वाली बात यह है कि कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोकतात्रिक समता पार्टी के भीतर के नेताओं के बीच एकमत नहीं है। पार्टी के भीतर के ही नेता कुशवाहा के फैसले का विरोध कर रहे हैं और वह भाजपा और जदयू नेताओं के संपर्क में हैं। जहानाबाद से बागी आरएलएसपी सांसद अरुण कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वह भाजपा का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने कुशवाहा जी से अपने रास्ते अलग कर लिए हैं और अब मेरा गुट अलग है, मुझे एनडीए की ओर से बैठक में शामिल होने के लिए न्योता नहीं दिया गया है, लेकिन एनडीए छोड़ने का मेरी कोई योजना नहीं है।
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