UP के डिप्टी सीएम का विवादित बयान, कहा-टेस्ट ट्यूब से पैदा हुईं थी सीता जी
लखनऊ। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब के विवादित बयानों के चर्चे के बाद अब यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी विवादित बयान दिया है। एक कार्यक्रम में भारत के तकनीक का बखान करते-करते उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विवादित बयान दे गए। राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में गुरुवार को 'इंडिया स्किल्स क्षेत्रीय प्रतियोगिता-2018' के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीता जी का जन्म मिट्टी के बर्तन से हुआ था, यानी उस समय भी टेस्ट ट्यूब से बच्चे पैदा करने का कॉन्सेप्ट था।
'सीता जी टेस्ट ट्यूब बेबी हो सकती हैं'
दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, 'जिस तरह सीता जी का जन्म एक घड़े से होने का भी जिक्र है, जो आज की टेस्ट ट्यूब बेबी टेक्नोलॉजी रही होगी। जनक जी के हल चलाने पर जमीन से एक घड़ा निकला और उसमें सीता जी निकलीं। वह कहीं न कहीं टेस्ट ट्यूब बेबी जैसी टेक्नोलॉजी रही होगी।'दिनेश शर्मा ने कहा कि आज के आधुनिक युग की अपेक्षा रामायण काल में ज्यादा तकनीकी युग था।
पौराणिक काल आज के समय से ज्यादा तकनीकी था
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं मोतियाबिंद का ऑपरेशन, प्लास्टिक सर्जरी, गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत, परमाणु परीक्षण और इंटरनेट जैसी तमाम आधुनिक प्रक्रियाएं पौराणिक काल में ही शुरू हुई थीं। महाभारत काल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि धृतराष्ट्र के पास एक लाइव टीवी था। जिसके जरिए वो घर बैठे कुरुक्षेत्र का हाल जान लेते थे। वही आज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का लाइव टेलिकास्ट है। आज अगर हम विमान की बात करते हैं तो रामजी के समय में पुष्पक विमान हुआ करता था, जिस पर सवार होकर वह लंका से अयोध्या पहुंचे थे।
नारद भगवान पहले पत्रकार हैं
यही नहीं, दिनेश शर्मा ने अपने संबोधन में महाभारत और रामायण काल की तकनीक का जमकर बखान किया। उन्होंने मुनि नारद को दुनिया का पहला पत्रकार भी बताया। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकारिता की शुरुआत आधुनिककाल में ही नहीं हुई थी, ये तो महाभारत काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि नारद जी पहले पत्रकार थे। आपको बता दें कि त्रिपुरा के सीएम विप्लव देव ने इससे पहले कहा था कि इंटरनेट महाभारत काल से ही था। उन्होंने कहा था कि इंटरनेट की उत्पति महाभारत काल में ही हुई थी क्योंकि धृतराष्ट्र ने अपने घर से लड़ाई देखी थी।