तबलीगी जमात में शामिल लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग युद्ध स्तर पर हो, केंद्र ने राज्यों से कहा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खौफ के बीच देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से सभी 2000 से ज्यादा जमातियों को बुधवार की सुबह बाहर निकाला गया। धार्मिक आयोजन के लिए देश-विदेश से आए इन लोगों में करीब 180 के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तब्लीगी जमात के लोगों के देशभर के अलग-अलग हिस्सों में जाने की वजह से संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में 386 मामले सामने आ चुके हैं और आशंका जताई जा रही है कि ये मामले और बढ़ सकते हैं। इस मामले में अब केंद्र सरकार ने तब्लीगी जमात के सदस्यों पर सख्ती दिखाई है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों के सभी मुख्य सचिवों, पुलिस प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की।
राज्यों को दिया गया ये निर्देश...
- तब्लीगी जमात के सदस्यों से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की आशंका को लेकर राज्यों को संवेदनशील रहने के लिए कहा गया है। इसके अलावा तबलीगी जमात में शामिल लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग युद्ध स्तर पर करने को कहा गया है।
- ऐसी जानकरी मिली है कि तब्लीगी जमात में भाग लेने वाले विदेशियों ने वीजा शर्तों का उल्लंघन किया है। ऐसे लोगों और और कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ वीजा की शर्त के उल्लंघन के लिए कार्रवाई शुरू करने के लिए भी प्रशासन को कहा गया है।
- कोरोना के संकट में गरीबों को आर्थिक मदद मिल सके इसलिए केंद्र ने केंद्र ने राज्यों को अगले सप्ताह के भीतर पीएम गरीब कल्याण योजना को लागू करने के लिए कहा है। इस दौरान लॉकडाउन और सामाजिक दूरी का पालन हो इस बात का भी गंभीरता से ध्यान रखने को कहा गया है।
- वीडियो क्रॉन्फ्रेंस में लॉकडाउन को पूरे देश में प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है, इस बात की जानकारी ली गई। वहीं, राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए बिना किसी बाधा के अंतरराज्यीय सीमा पर माल वाहनों के आवाजाही की अनुमति दी जाए।
- राज्यों से कहा गया कि आवश्यक वस्तुओं का विनिर्माण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसे सामानों की आपूर्ति श्रृंखला बनी रहे।
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