LAC पर तनाव के बीच फ्रांस से भारत पहुंचे 2 मिराज-2000 फाइटर जेट, बालाकोट एयर स्ट्राइक में मचाई थी तबाही
नई दिल्ली, 25 नवंबर: एलएएसी पर चीन के साथ तनाव के बीच भारतीय वायु सेना की ताकत में और इजाफा हुआ है। एयरफोर्स के लड़ाकू जेट के बेड़े में दो मिराज 2000 लड़ाकू विमान शामिल होने वाले हैं। फ्रांस से दो सेकेंड हैंड मिराज 2000 फाइटर जेट ग्वालियर एयरबेस पर पहुंचे हैं। सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि भारतीय वायु सेना को फ्रांस से दो मिराज 2000 ट्रेनर वर्जन मिले हैं। दोनों विमान ग्वालियर एयरबेस पहुंचे।
सूत्रों ने कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में चल रहे मिराज अपग्रेड प्रोग्राम के तहत विमान को अब लेटेस्ट मानकों पर अपग्रेड किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक भारत पहुंचे दोनों लड़ाकू विमान इससे पहले फ्रांस के फाइट जेट के बेड़े में शामिल थे। मिराज लड़ाकू बेड़े में लगभग 50 विमानों की संख्या बनाने के प्रोग्राम के तहत भारतीय वायु सेना द्वारा दो विमानों का अधिग्रहण किया गया।
भारतीय एयरफोर्स को कई बैचों के जरिए 51 मिराज विमान मिल चुके हैं, जिसमें तीन स्क्वाड्रन बनाएं हैं, जो सभी ग्वालियर वायु सेना स्टेशन में स्थित हैं। सूत्रों ने कहा कि फ्रांस और भारत के बीच मिराज अपग्रेड डील 51 विमानों की क्षमता बढ़ाने के लिए थी और इनमें से कुछ किट इन विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण बची हैं, जिसे अब इन दोनों विमानों में फिट किया जाएगा।
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इस अपग्रेड प्रोग्राम के जरिए वायु सेना को 2035 तक उन्हें बनाए रखने में मदद मिलेगी। बता दें कि मिराज 1980 के दशक से सेवा में हैं और इस फाइटर जेट ने कारगिल युद्ध से लेकर 2019 बालाकोट हवाई स्ट्राइक तक में मुख्य भूमिका निभाई थी, जहां उन्होंने पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी कैंप पर बमबारी की थी। मालूम हो कि मिराज-2000 विमान एक सीट वाला फाइटर जेट है। यह विमान एक घंटे में 2495 किलोमीटर की दूरी तय करने की क्षमता रखता है।