समाप्त हो गया तीन तलाक और नागरिकता संशोधन बिल
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल और तीन तलाक बिल को लेक संसद के भीतर और संसद के बाहर काफी चर्चा हुई। लेकिन आज दोनों बिल को राज्यसभा की सहमति नहीं मिली है और दोनों ही बिल समाप्त हो गए। आज बजट सत्र का आखिरी दिन था, जिसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। आज सत्र में सीएजी की भारतीय वायुसेना की रिपोर्ट को भी पेश किया गया। इस रिपोर्ट में कहा गया कि मौजूदा सरकार ने पिछली सरकार की तुलना में कम दाम में डील को किया है।
क्या
है
नियम
विपक्षी
दलों
ने
राज्यसभा
में
बिना
चर्चा
के
नागरिकता
संसोधन
बिल
को
लिस्ट
किए
जाने
का
विरोध
किया
है।
लेकिन
सरकार
के
भीतर
सूत्रों
का
कहना
है
कि
2016
में
बिजनेस
एडवायजरी
कमिटी
के
अनुसार
इस
बिल
पर
चर्चा
के
लिए
तीन
घंटे
का
समय
आवंटित
किया
गया
है।
अगर
यह
बिल
पास
नहीं
होता
है
तो
भी
इसे
16वीं
लोकसभा
के
साथ
खत्म
नहीं
किया
जा
सकता
है।
बता
दें
कि
नियम
के
अनुसार
अगर
कोई
बिल
राज्यसभा
में
लंबित
है
और
उसे
लोकसभा
में
पास
नहीं
किया
गया
है
तो
तो
वह
लोकसभा
के
भंग
होने
के
साथ
खत्म
नहीं
होता
है।
लेकिन
अगर
कोई
बिल
लोकसभा
में
पास
होने
के
बाद
राज्यसभा
में
लंबित
होता
है
तो
उसे
भंग
माना
जाता
है।
क्या
है
बिल
तीन
तलाक
बिल
और
नागरिकता
संशोधन
बिल
को
लोकसभा
में
पास
कर
दिया
गया
है
लेकिन
राज्यसभा
में
इसे
मंजूरी
नहीं
मिली
है।
ऐसे
में
अगले
लोकसभा
चुनाव
के
बाद
दोनों
ही
बिलों
को
लोकसभा
में
पास
कराना
होगा।
नागरिकता
संशोधन
बिल
के
खिलाफ
असम
और
तमाम
पूर्वोत्तर
राज्यों
में
विरोध
और
प्रदर्शन
किया
जा
रहा
है।
इस
बिल
के
अनुसार
अफगानिस्तान,
बांग्लादेश
और
पाकिस्तान
से
छह
अल्पसंख्यकों
हिंदू,
सिख,
बौद्ध,
जैन,
पारसी
और
इसाइय
प्रवासी
भारतीयों
को
भारतीय
नागरिकता
दिए
जाने
की
बात
कही
गई
है।
भूपेन
हजारिका
के
बेटे
ने
किया
विरोध
बता
दें
कि
सोमवार
को
भारत
रत्न
भूपेन
हजारिका
के
बेटे
तेज
हजारिका
ने
नागरिकता
संसोधन
बिल
के
विरोध
में
भारत
रत्न
लेने
से
इनकार
कर
दिया।
उन्होंने
कहा
कि
इस
बिल
में
उनके
पिता
के
खिलाफ
नियम
बनाए
गए
हैं।
मेरे
पिता
की
सोच
के
बिल्कुल
उलट
है
यह
बिल।
हालांकि
भूपने
हजारिका
के
भाई
समर
हजारिका
ने
कहा
कि
भूपेन
का
भारत
रत्न
देने
में
पहले
ही
देरी
की
जा
चुकी
है।