वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार पर बोलीं टॉप वायरोलॉजिस्ट, कहा- वैक्सीन की कमी इसका बड़ा कारण
नई दिल्ली, मई 25: देश में कोरोना की दूसरी लहर अब थोड़ी धीमी होने लगी है, लेकिन इस बीच ब्लैक फंगस की बीमारी अब मरीजों को जकड़ती जा रही है। वहीं ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाए जा सके इसलिए पूरे देश में वैक्सीनेशन जारी है, लेकिन कोरोना के टीकों की आई कमी से टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रही है। दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित कई राज्यों में वैक्सीन ना होनी की वजह से फिलहाल सेंटर बंद है, जिस पर अब देश की प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ और सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त मेडिकल ऑक्सीजन समिति सदस्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
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डॉक्टर गगनदीप कांग ने वैक्सीनेशन को लेकर बताया कि टीकाकरण की रफ्तार इसलिए धीमी है क्योंकि डोज की सीमित आपूर्ति नहीं है। साथ ही कहा कि अधिक खुराक उपलब्ध होने की उम्मीद थी और जो अभी तक उपलब्ध नहीं हुई हैं। जैसे-जैसे कंपनियां उत्पादन बढ़ाएगी, टीकाकरण की रफ्तार बढ़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमें अन्य विकल्प की देखकर टीकों का आयात करना होगा, लेकिन विश्व स्तर पर टीके की कमी है सिर्फ वैक्सीन रूसी और चीनी हैं।
वैक्सीन की पूर्ति को लेकर डॉक्टर कंग के मुताबिक हमें यह तय करना होगा कि हम कम से कम तब तक क्या खरीदना चाहते हैं जब तक कि भारतीय कंपनियां अपने टीके बनाना शुरू नहीं कर देतीं। वहीं कोरोना के हो रही मौतों पर उन्होंने बताया कि डेथ लैगिंग इंडिकेटर है, यह केस नंबर चढ़ने के 2-3 हफ्ते बाद आता है। अब जब संख्या स्थिर हो गई है, तो हमें उम्मीद करनी चाहिए कि मौतें भी स्थिर होंगी और कम होना शुरू होंगी। यदि वे नहीं करते हैं, तो हमारे रिपोर्टिंग सिस्टम के कुछ पहलू में समस्या है।
वहीं देश में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामलों पर उन्होंने बताया कि मुझे नहीं लगता कि यह (ब्लैक फंगस) कोरोना वैरिएंट से संबंधित है। यह इस तथ्य से संबंधित है कि हमारे पास कई मामले हैं, हम स्टेरॉयड का स्वतंत्र रूप से उपयोग कर रहे हैं और बहुत सारे शुगर के रोगी हैं, जो इन मामलों के लिए जोखिम के कारक भी हैं।
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वहीं 0 से 17 साल के बच्चों के टीकाकरण पर उन्होंने कहा कि यूएस-कनाडा ने बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया है अन्य देश भी शुरू करेंगे। अधिकांश धनी देश अपनी अधिक से अधिक जनसंख्या का टीकाकरण करेगा। उसके बाद हम दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए उपलब्ध टीके देखेंगे।